हमीरपुर में बेतवा नदी के किनारे अब भी जारी है खनन, दिन-रात गरजतीं पोकलैंड मशीनें
मुख्यालय निवासी अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने मंडलायुक्त को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि मौरंग खदान संचालक मनमानी पर आमदा हैं। उनमें प्रशासन का जरा भी भय नहीं दिख रहा। बताया कि चिकासी थानाक्षेत्र में बेतवा नदी किनारे आधा दर्जन मौरंग खदानें संचालित हैं।
हमीरपुर, जेएनएन। चिकासी थानाक्षेत्र में बेतवा नदी किनारे स्थित मौरंग खदानों में शासन के नियमों को ताख पर रख अवैध खनन किया जा रहा है। राठ-उरई मार्ग स्थित बेतवा पुल से इसकी हकीकत को दूर से देखा जा सकता है। जहां प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनों से नदी की जल धारा से मौरंग निकाली जा रही है। इस संबंध में अवैध खनन के याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी ने मंडलायुक्त को शिकायत भेज कार्रवाई की मांग की है।
मुख्यालय निवासी अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने मंडलायुक्त को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि मौरंग खदान संचालक मनमानी पर आमदा हैं। उनमें प्रशासन का जरा भी भय नहीं दिख रहा। बताया कि चिकासी थानाक्षेत्र में बेतवा नदी किनारे आधा दर्जन मौरंग खदानें संचालित हैं। जिनमें प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनों के माध्यम से जलधारा के बीच से मौरंग निकाली जा रही है। बताया कि इसे राठ-उरई मार्ग स्थित बेतवा पुल में खड़े होकर दूर से भी देखा जा सकता है। कहा कि इतना ही नहीं संचालकों द्वारा नियत सीमा से अधिक क्षेत्र में खनन करने के अलावा किसानों के खेतों में पड़ी मौरंग भी उठाई जा रही है। बताया कि रिक्त पड़े खंडों में भी संचालक अपने पट्टे की आड़ में खनन करवा रहे है। इस मामले में खान अधिकारी केके राय ने बताया कि मामले में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है। ऐसा मामला संज्ञान में आया तो जांच करा कार्रवाई की जाएगी।