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प्रवासी श्रमिकों को घर के पास मिलेगा रोजगार, योजना से जुड़ेंगे श्रम, सेवायोजन विभाग व औद्योगिक संगठन

लॉक डाउन के दौरान अपनी नौकरी से हाथ धोने वाले करीब 50 हजार श्रमिकों को उनके घर के पास ही रोजगार दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिये 100 करोड़ रुपये का बजट पास किया है। उद्योग निदेशालय में इसकी रूपरेखा बनाई जा रही हैै।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 02:44 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 02:44 PM (IST)
प्रवासी श्रमिकों को घर के पास मिलेगा रोजगार, योजना से जुड़ेंगे श्रम, सेवायोजन विभाग व औद्योगिक संगठन
लॉक डाउन में नौकरी गंवाने वाले प्रवासी श्रमिकों को घर के पास मिलेगा रोजगार।

कानपुर,जेएनएन। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉक डाउन में अपनी नौकरी से हाथ धोने वाले प्रवासी श्रमिकों को अब अपने गृह जनपद में रोजगार मिल सकेगा। प्रदेश सरकार ने इसके लिए सौ करोड़ रूपए का बजट पास किया है। उद्योग निदेशालय में अब इसके तहत कामगारों को नौकरी से जोड़ने की रूपरेखा बनाई जा रही हैै। इसके लिए उन फैक्ट्रियों को प्रोत्साहन दिया जाएगा जो कामगारों को अपनी कंपनियों में रोजगार देंगी। इससे शहर में संचालित 18 हजार औद्योगिक इकाइयों में करीब 50 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिल सकेगा।

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लॉक डाउन में पंजाब, गुजरात, राजस्थान व महाराष्ट्र समेत अन्य प्रदेशों से कामकाज छोड़कर आए हजारों कामगार अभी भी शहर में छोटा मोटा काम करके अपनी जीविका चला रहे हैं। गृहजनपद लौटने में उन्हेंं जो दिक्कतें हुईं थीं उन्हेंं देखते हुए कोविड-19 के बीच उन्होंने अपने घर पर रहकर काम करना ज्यादा मुनासिब समझा है। अब ऐसे प्रवासी कामगारों को वस्त्र, होजरी, प्लास्टिक, रबर, लकड़ी, हार्डवेयर व खाद्य पदार्थ के उत्पाद से संबंधित उनका वही काम मिल सकेगा जो काम वह दूसरे प्रदेशों में किया करते थे। शहर के ऐसे कामगारों को रोजगार दिलाने के लिए उद्योग निदेशालय सेतु का काम करेगा। प्रवासी कामगारों को जोड़ने के लिए उनका डाटा तैयार किया जा रहा है। इस काम में जिला उद्योग केंद्र, श्रम विभाग व सेवायोजन विभाग के अलावा इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, प्राविंशियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व लघु उद्योग भारती जैसे औद्योगिक संगठनों को जोड़ा जाएगा। इसके लिए ठोस रणनीति बनाई जा रही है।

अनलॉक के दौरान बनी थी योजना

संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला का कहना है कि प्रवासी कामगारों को गृहजनपद में रोजगार मुहैया कराए जाने के लिए उद्योग निदेशालय ने अनलॉक के दौरान योजना बनाई थी। इनके लिए बजट पास होने के बाद अब उसकी रूपरेखा तैयार की जा रही हैै। इसमें सरकारी विभागों के साथ औद्योगिक संगठनों को जोड़ा जा रहा है। नौकरी देने वाले इकाइयों को प्रोत्साहित किया जाएगा।

इन कामगारों को मिलेगा मौका

तकनीशियन, वेल्डर, मशीनिष्ट, ऑपरेटर, ड्राइवर, कारपेंटर, सिलाई, कताई, रंगाई, हार्डवेयर, खाद्य पदार्थ कारीगर, कच्चा माल साफ करने के लिए केमिकल का इस्तेमाल करना जानने वाले व मोटर मैकेनिक समेत अन्य विधा में कुशल कामगार 


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