जम्मू-कश्मीर में उद्यमिता विकास के लिए केंद्र सरकार का कदम, Ministry Of HRD ने की ये तैयारी
बीओएटी के अधिकारी स्वरोजगार की संभावनाएं और प्रशिक्षण की तैयारियों का जायजा लेंगे।
कानपुर, [शशांक शेखर भारद्वाज]। जम्मू कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के लिए उद्यमिता विकास का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप एंड ट्रेनिंग (बीओएटी) के अफसरों की एक टीम वहां भेजने का निर्णय लिया है। यह टीम 13 से 18 जनवरी तक वहां उद्यमिता विकास, रोजगार की संभावनाएं और प्रशिक्षण की तैयारियों का जायजा लेगी।
टीम में शामिल होंगे ये अधिकारी
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जाने वाली टीम में बीओएटी के नार्थ रीजन के डायरेक्टर एसके मेहता, दिल्ली के असिस्टेंट डायरेक्टर संदीप कुमार के साथ अन्य अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम 50 से अधिक सरकारी और निजी संस्थाओं से बातचीत कर वहां की कंपनियों से अप्रेंटिसशिप कराने पर विचार-विमर्श करेगी। इसके अलावा उद्यमिता विकास की रूपरेखा भी तय की जाएगी। टीम में जम्मू कश्मीर के डायरेक्टर टेक्निकल एजूकेशन भी शामिल हैं। वह बीओएटी के बोर्ड ऑफ गर्वनर्स के सदस्य भी हैं।
बीओएटी का कार्यालय होगा स्थापित
जम्मू और कश्मीर में बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप एंड ट्रेनिंग का कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा। इसके माध्यम से कंपनियों से करार किया जाएगा और बीटेक व पॉलीटेक्निक करने वाले छात्रों को प्रशिक्षित कराया जाएगा। छात्र सरकारी और अन्य निजी संस्थानों में अप्रेंटिसशिप कर सकेंगे।
कारपोरेट मीट का होगा आयोजन
दूसरे चरण में कारपोरेट मीट का आयोजन किया जाएगा। इसमें कई नामी कंपनियां आमंत्रित की जाएंगी। यह कंपनियां न सिर्फ छात्रों को प्रशिक्षित करेंगी, बल्कि रोजगार भी देंगी और स्वरोजगार के तरीके भी सुझाएंगी। दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा की कुछ कंपनियों से बातचीत भी हो गई है।
युवाओं से करेगी विचार विमर्श
अफसरों की टीम वहां के कॉलेजों और संस्थाओं के छात्र-छात्राओं से मिलेगी। वह किस तरह का प्रशिक्षण चाहते हैं? क्या-क्या कठिनाईयां आ रही है? यह भी जाना जाएगा। बोर्ड ऑफ अप्रेंटिसशिप एंड ट्रेनिंग के निदेशक एसके मेहता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए एमएचआरडी की ओर से कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, ताकि युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। बोर्ड की टीम वहां का जायजा लेगी और रिपोर्ट देगी।