कूड़ा शहर में ना फेंक खाद बनाएगा मेट्रो,सिखाएगा स्वच्छता का पाठ
कानपुर मेट्रो के संचालन शुरू होने के साथ ही मेट्रो प्रबंधन शहर वासियों को स्वच्छता का पाठ भी सिखाएगा। योजना बनाई गई है कि मेट्रो अपने डिपो ट्रेन स्टेशनों से निकलने वाले सभी तरह के कूड़े से खाद बनाएगा। मेट्रो इसके लिए कंपोस्टिंग प्लांट बना रहा है।
कानपुर, जेएनएन। मेट्रो का जब संचालन होगा तो वह शहर को स्वच्छता का पाठ भी सिखाएगा। इसके लिए वह अपने डिपो, ट्रेन, स्टेशनों से निकलने वाले सभी तरह के कूड़े से खाद बनाएगा। मेट्रो इसके लिए कंपोस्टिंग प्लांट बना रहा है।
मेट्रो अपने पूरे एलीवेटेड रूट पर रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगा रहा है। इसके साथ ही जितने हिस्से में यू गार्डर लगे हैं। उसके नीचे ग्रीनरी की व्यवस्था की जा रही है। इसमें घास भी लगाई जाएगी और पौधे भी। इसके अलावा अब मेट्रो ने और आगे बढ़ते हुए डिपो में कंपोस्टिंग प्लांट बनाने की योजना बनाई है। इसके बाद अब मेट्रो के डिपो से निकलने वाली गंदगी के साथ वहां बनने वाली कैंटीन में बचने वाली सभी तरह की खाने-पीने की वस्तुओं को कंपोस्टिंग प्लांट में डाला जाएगा। ट्रेन और स्टेशन की गंदगी को भी यहां डालकर खाद बनाई जाएगी।डिपो और ग्रीनरी में होगा इस्तेमाल
प्लांट में बनने वाली खाद का इस्तेमाल डिपो में होने वाले पौधारोपण में होगा। इसके साथ ही यू गार्डर के नीचे होने वाली ग्रीनरी में भी इसे इस्तेमाल किया जाएगा।
पान मसाला की भी बनेगी खाद
मेट्रो अपने ट्रेन में यात्रियों को पान मसाला खाकर यात्रा नहीं करने देता। इसके साथ ही स्टेशन में प्रवेश के समय ही अगर पान मसाला के पाउच हैं तो वह भी यात्रियों से जब्त कर लिए जाते हैं। कानपुर में पान मसाला खाने वालों की संख्या बहुत अधिक है। मेट्रो के अधिकारियों को शुरुआती दौर में काफी पान मसाला मिलने की उम्मीद है। जब्त किए गए पान मसाला को भी खाद बनाने के काम में लाया जाएगा।
बाहर नहीं डाल जाएगा कूड़ा
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक आपरेशन सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो अपने डिपो, स्टेशन से निकलने वाली किसी भी तरह की गंदगी को खाद में बदलेगा। वह डिपो से कोई भी कूड़ा बाहर नहीं डालेगा। पान मसाला के मामले में जैसे-जैसे लोग जागरूक होते जाएंगे, खुद ही पान मसाला लेकर यात्रा नहीं करेंगे।