Unlock-1.0: आ अब लौट कर आ जा... मेट्रो कॉरपोरेशन ने प्रवासी कामगारों को आॅफर की बस और ट्रेन
अपने प्रशिक्षित कामगारों को वापस लाने के लिए मेट्रो प्रबंधन अधिकारी लगातार सभी से संपर्क में हैं।
कानपुर, जेएनएन। लाॅकडाउन में ढील मिलने के दौरान अपने घर लौट गए कामगारों को वापस लाने के लिए मेट्रो ने उनसे बस व ट्रेन दोनों की व्यवस्था कराने का आॅफर रखा है। मेट्रो के कामगार बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा व झारखंड के हैं। मेट्रो प्रबंधन अपने सभी कामगारों से लगातार संपर्क में है। ज्यादातर ने 31 मई के बाद लाॅक डाउन की क्या स्थिति रहती है, उसके आधार पर एक जून के बाद जवाब देने के लिए कहा था। अब पूरे देश में आवागमन खुल जाने के कारण मेट्रो के अधिकारियों को उम्मीद है कि उनके कामगार वापस आने का मन बना लेंगे।
मेट्रो के कानपुर प्रोजेक्ट में लाॅक डाउन लगाए जाने के बाद से अब तक आठ सौ से ज्यादा कामगार वापस जा चुके हैं। मेट्रो का काम यूं तो 30 अप्रैल को सबसे पहले शुरू हो गया था लेकिन कामगारों की संख्या कम होने की वजह से कार्य की रफ्तार बहुत धीमी है। इस समय मेट्रो पाइलिंग के अपने कार्य पर ध्यान दे रहा है जिसमें पिलर के लिए गड्ढे खोदे जाते हैं। मेट्रो ने यूं तो स्थानीय स्तर पर कुछ कामगारों को लिया है लेकिन अपने प्रशिक्षित कामगारों को वापस लाने के लिए अधिकारी लगातार सभी से संपर्क में हैं।
अधिकारियों के मुताबिक बिहार, झारखंड, उडीसा, पश्चिम बंगाल के कामगार वापस गए हैं। उनसे कहा गया है कि वे बस से लौटना चाहे तो प्रबंधन उनके लिए बस की व्यवस्था उनके ही राज्य में कर देगा। इसके अलावा अगर वे ट्रेन से आना चाहें तो उनके गृह जनपद से कानपुर तक के ट्रेन की व्यवस्था भी की जा सकती है। मेट्रो के अधिकारियों को उम्मीद है कि अब चूंकि पूरे देश में आवाजाही खुल गई है इसलिए उनके आधे कामगार कुछ दिनों में लौट सकते हैं। अगर इतने कामगार भी लौट आए तो उनका काम चल जाएगा क्योंकि उन्होंने सभी विंग के टीम लीडर से कह दिया है कि जो भी नए कामगार हैं, उन्हें प्रशिक्षित किया जाए ताकि जो कामगार ना आएं, उनकी भरपाई वे कर सकें।
कोरोना टेस्ट में सभी निगेटिव
मेट्रो प्रबंधन ने अपने यहां रुके हुए सभी कामगारों का रैंडम कोरोना टेस्ट कराया है। अधिकारी इस बात को लेकर आशंकित थे कि कहीं कोई संक्रमित तो नहीं है। रविवार को इनकी टेस्ट रिपोर्ट आई है और सभी निगेटिव हैं।
आने वालों को एक सप्ताह अलग रखेंगे
बाहर से जो भी कामगार आएंगे, उन्हें सीधे काम पर नहीं लिया जाएगा। इससे पहले उन्हें एक सप्ताह आराम करने के लिए कहा जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि अगर इस बीच कोई संक्रमित हुआ तो उसके लक्षण अपने आप सामने आ जाएंगे। एेसे में उसका इलाज करा लिया जाएगा। बाकी को काम पर ले लिया जाएगा।
मेडिकल कालेज में भी काम शुरू
जनता कर्फ्यू के दिन से मेट्रो का पूरा कार्य बंद हो गया था। सोमवार को मेट्रो का कार्य मेडिकल कालेज के अंदर शुरू हो गया। यहां पाइलिंग के लिए गड्ढा खोदने का काम चल रहा है।