कानपुर मेट्रो का काम पकड़ेगा गति, आइआइटी से मोतीझील तक बिछाए जाएंगे 638 यू गार्डर
मुख्य सचिव व मेट्रो एमडी की मौजूदगी में आज आइआइटी स्टेशन के सामने पिलर पर पहला यू गार्डर रखा जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी से मोतीझील के बीच हो रहा मेट्रो के पहले फेज का काम अब और गति पकड़ेगा। मंगलवार को मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और यूपी मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव की मौजूदगी में कानपुर मेट्रो का पहला यू गार्डर रखा जाएगा। प्रस्तावित ट्रैक के लिए कुल 638 यू गार्डर रखे जाने हैं।
मेट्रो के ट्रैक निर्माण के लिए सबसे पहले पिलर बनाए जाते हैं। इसके ऊपर कैप रखी जाती है। इसके बाद यू गार्डर रखने का काम होता है। इन्हीं पर ट्रैक बिछाया जाता है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक नौ किमी लंबे इस कॉरीडोर में पहला यू गार्डर मंगलवार शाम साढ़े आठ बजे आइआइटी स्टेशन के सामने पिलर नंबर 17 और 18 पर रखा जाएगा। ट्रैक के लिए अब तक 1380 पाइल बन चुके हैं। 16 डबल टी-गार्डर और 114 पिलर भी तैयार हो चुके हैं।
पियर कैप के ऊपर रखे जाएंगे यू गार्डर
यू-गर्डर को पियर या पिलर के ऊपर रखने के लिए एक आधार दिया जाता है, जिसे पियर कैप कहा जाता है। यू-गर्डर मेट्रो के संरचनागत ढांचे की वह इकाई होती है, जिसपर मेट्रो ट्रैक बिछाया जाता है एवं यू-गर्डर और पिलर के बीच के हिस्से को पियर कैप कहा जाता है। पियर कैप की ऊंचाई-2 मीटर, लंबाई-9.3 मीटर और चौड़ाई-2.8 मीटर होती है। इस पियर कैप का वजन लगभग 70 टन होता है।
मोतीझील से नयागंज तक बनेगी टनल
15 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। आइआइटी से मोतीझील तक 9 किमी लंबा प्राथमिक सेक्शन (प्रायोरिटी कॉरिडोर) का निर्माण जारी है। मोतीझील के बाद नयागंज तक अंडरग्राउंड टनल का निर्माण किया जाएगा। अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए बनाई जाने वाली टनल की अंदर की चौड़ाई 5.8 मीटर बाहरी चौड़ाई 6.3 मीटर होगी। यह दिखाई नहीं देगी। यह टनल जमीन से करीब 40 फीट नीचे होगी।