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वर्ष 2040 की आबादी के हिसाब से कानपुर में मेट्रो ने की है तैयारी, जानिए- क्या है खास बातें

कानपुर में बन रहे 80 मीटर लंबे स्टेशन को भविष्य में 140 मीटर तक लंबा करने की व्यवस्था की गई है। अभी इन स्टेशन पर चार कोच की मेट्रो आराम से चल सकती है लेकिन वर्ष 2040 में छह कोच की मेट्रो की जरूरत पड़ सकती है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 06:54 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:54 AM (IST)
वर्ष 2040 की आबादी के हिसाब से कानपुर में मेट्रो ने की है तैयारी, जानिए- क्या है खास बातें
कानपुर में मेट्रो ट्रेन का संचालन जल्द होने जा रहा है।

कानपुर, [राजीव सक्सेना]। यात्री लोड को लेकर मेट्रो ने वर्ष 2040 तक की तैयारी के साथ अपना काम शुरू किया है। मेट्रो ने 80 मीटर लंबे स्टेशन बनाए हैं, जिनमें चार कोच की मेट्रो आराम से आ सकती है। मेट्रो ने बढ़ती आबादी के हिसाब से जो सर्वे किया है, उसके मुताबिक कानपुर को 2040 में छह कोच की मेट्रो की जरूरत पड़ेगी। छह कोच के लिए 140 मीटर लंबे स्टेशन चाहिए होंगे, जिसके हिसाब से मेट्रो जगह छोड़कर चल रहा है।

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कानपुर में मेट्रो का कार्य तेजी से चल रहा है और इसके स्टेशन भी आकार लेने लगे हैं।

शुरुआती दौर में आइआइटी से मोतीझील के बीच आठ मेट्रो ट्रेन चलाई जाएंगी। पहले तीन कोच की मेट्रो चलेगी। तीन कोच की मेट्रो को सामान्य भाषा में लाइट मेट्रो कहते हैं, लेकिन कानपुर में लाइट मेट्रो नहीं रहेगी। मेट्रो अधिकारी इस तरह की तैयारी कर रहे हैं कि अगर पहले ही दिन यह आकलन हो कि यात्री लोड अच्छा है तो उसे अगले ही दिन चार कोच कर दिया जाएगा। जिन कोच में चालक बैठते हैं, उनमें 319 यात्रियों की क्षमता होती है। जो बीच के सामान्य कोच होते हैं, उनकी क्षमता 336 यात्रियों की होती है। इस तरह एक कोच जोड़ते ही 336 और यात्रियों को ले जाने की क्षमता बढ़ जाएगी।

आबादी और इस रूट पर चलने वाले ट्रैफिक के आकलन के मुताबिक अगले 20 वर्ष चार कोच से ज्यादा की जरूरत शहर को नहीं पड़ेगी। कानपुर में जून 2021 में मेट्रो का पहला सेट आ जाएगा ताकि रन ट्रायल की शुरुआत हो सके। आइआइटी से मोतीझील के बीच के प्राथमिक कारीडोर में अभी आठ मेट्रो चलाई जाएंगी। इनमें से प्रत्येक की क्षमता 974 यात्रियों की होगी। जब दोनों कारीडोर पूरी तरह बन जाएंगे तब 39 मेट्रो शहर में चलेंगी।

कानपुर मेट्रो परियोजना एक नजर में

पहला कारीडोर : आइआइटी से नौबस्ता तक

कुल स्टेशन : 21

एलीवेटेड स्टेशन : 14

अंडरग्राउंड स्टेशन : 07

कारीडोर की लंबाई : 23.785 किमी

एलीवेटेड की लंबाई : 15.164 किमी

अंडरग्राउंड की लंबाई : 4.190 किमी

दूसरा कारीडोर : सीएसए से बर्रा आठ तक

कुल स्टेशन : 08

एलीवेटेड स्टेशन : 04

अंडरग्राउंड स्टेशन : 04

कारीडोर की लंबाई : 8.6 किमी

एलीवेटेड की लंबाई 4.190 किमी

अंडरग्राउंड की लंबाई : 4.410 किमी

- दोनों कारीडोर में अनुमानित खर्च : 11,076.48 करोड़।

- वर्ष 2024 में काम खत्म होने की समय सीमा।


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