नानाराव पार्क में मेमोरियल वेल के पास टनल बनाना चाहता है मेट्रो, पुरातत्व विभाग से मांगी एनओसी
पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मेट्रो के टनल निकाले जाने वाली जगह का सर्वे कर लिया है और मेट्रो अधिकारियों ने भी पुरातत्व विभाग को तकनीक और कार्य करने वाली जगह के बारे में जानकारी दे दी है।
कानपुर, जेएनएन। नानाराव पेशवा के साथ अंग्रेजों के युद्ध के इतिहास को समेटे नानाराव पार्क स्थित मेमोरियल वेल पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है। इस पुरातात्विक धरोहर के आसपास कोई निर्माण नहीं किया जा सकता। मेट्रो ने यहां से अंडरग्राउंड टनल निकालने के लिए पुरातत्व विभाग से अनुमति मांगी है।
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक किसी भी संरक्षित धरोहर के 100 मीटर के अंदर कोई निर्माण नहीं किया जा सकता। इसके बाद 100 से 300 मीटर के बीच कोई निर्माण कराने के लिए पुरातत्व विभाग से अनुमति लेनी होती है। हालांकि मेट्रो यहां अंडरग्राउंड काम करा रहा है, उसके बाद भी उसने पुरातत्व विभाग से 100 से 300 मीटर के बीच निर्माण करने को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगा है।
अफसरों के मुताबिक निर्माण चाहे जमीन के ऊपर हो या नीचे अनुमति लेनी ही चाहिए। इसके लिए पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मेट्रो के टनल निकलने के स्थान का सर्वे भी कर लिया है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक पुरातत्व विभाग को पूरी तकनीक और कहां पर कार्य होगा, इसकी जानकारी दे दी गई है। जल्द ही अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल जाएगा।
क्या है मेमोरियल वेल
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यहां नानाराव पेशवा और अंग्रेजों की सेना के बीच युद्ध हुआ था। यहां कुएं में बड़ी संख्या में अंग्रेज अफसरों और सैनिकों को मारकर डाल दिया गया था। उसके बाद से इसे मेमोरियल वेल नाम दिया गया। इस समय यह समतल हो चुका है और यहां सीमेंट का फर्श बन गया है।