फोरमः प्राथमिकता तय कर होगा कानपुर का विकास
सभी को अच्छी स्थितियों में रहने का अधिकार है। शहर के बाहरी हिस्सों में रहने वालों के लिए कोई योजना नहीं है। इसके लिए प्राथमिकता तय कर शहर का विकास किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, कानपुर। सभी को अच्छी स्थितियों में रहने का अधिकार है। शहर के बाहरी हिस्सों में रहने वालों के लिए कोई योजना नहीं है। इसके लिए प्राथमिकता तय कर शहर का विकास किया जाएगा। नियोजित तरीके से काम कर कानपुर को नई दिशा में ले जाएंगे। जब अच्छा काम करेंगे तो जनता साथ खड़ी होगी। सरकारें तो आती जाती रहती हैं लेकिन सिस्टम काम करता है। इसीलिए शहर के समग्र्र विकास के लिए विजन डॉक्यूमेंट बनाने और सिस्टम ठीक करने के लिए अधिकारियों से कहा है। यह बात प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने रविवार को रॉयल क्लिफ होटल स्वरूप नगर में आयोजित दैनिक जागरण के माय सिटी, माय प्राइड के फोरम में कही।
बाहरी हिस्सों में रहने वाली शहर की 50 फीसद आबादी की समस्याओं पर उन्होंने कहा, जब वहां बारिश होती है तो लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ता है। इन क्षेत्रों में 15 से 20 लाख लोग रहते हैं लेकिन वहां सीवर लाइन है न प्लानिंग। इन क्षेत्रों में बारिश का पानी तब तक नहीं सूखता, जब तक वह जमीन में न चला जाए या सूर्यदेव की गर्मी उसे न सुखा दे। कहा, सरकार सिर्फ एक साधन है। हमें खुद देखना होगा कि हम जिस क्षेत्र में हैं, वहां कितना अच्छा कार्य कर सकते हैं। शहर के डॉक्टर, उद्यमी, साधु-संतों समाजसेवा के लिए आगे आएं और शहर का विकास करें।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस समय शहर में अच्छे अफसर हैं। इन्हें अच्छी प्लानिंग तैयार करनी चाहिए। अभी मैंने मंडलायुक्त से विजन डॉक्यूमेंट बनाने के लिए कहा है। इसमें सभी विभाग बैठें और एकजुट होकर काम करें। लोग आते जाते रहते हैं लेकिन सिस्टम काम करता रहता है। उसी सिस्टम को दुरुस्त करना है। सिर्फ घोषणाएं करने से समस्या का समाधान नहीं होता। टुकड़ों में जो विकास होता है, उसमें भी लोग स्वार्थ देखने लगते हैं। इसलिए समग्र विकास की बात होनी चाहिए। महाना ने कहा, ''वह खुद चाहते हैं कि सीएसआर फंड बढ़े। एक बड़ा आडीटोरियम बनाना चाहते हैं लेकिन जब देखता हूं कि गांवों में हैंडपंप नहीं हैं तो अपनी प्राथमिकता बदलनी पड़ती है।”
मंत्री नहीं, नागरिक होना बड़ी बात
औद्योगिक विकास मंत्री ने कहा कि मंत्री होना बड़ी बात नहीं। बड़ी बात शहर का नागरिक होना है। इसलिए शहर को बेहतर बनाने के लिए सभी मिलकर काम करें। किसी विपक्षी नेता से भी पूछेंगे तो वह यही कहेगा कि शहर बेहतर बने।
ट्रैफिक पार्क का प्लान बनाएं
आइजी आलोक सिंह ने ट्रैफिक पार्क की बात कही तो औद्योगिक विकास मंत्री ने मंडलायुक्त से कहा कि वह देख लें कि विजय नगर के ट्रैफिक पार्क की क्या स्थिति है। इसे दोबारा संचालित करने के लिए क्या हो सकता है।