कानपुर सेंट्रल स्टेशन के अच्छे दिन आने वाले हैं..
आइआरएसडीसी को रेलवे स्टेशन को संवारने का मास्टर प्लान सौंपा गया है। परीक्षण के बाद स्वीकृति मिलने पर पहले चरण में 53.58 करोड़ रुपये खर्च से काम शुरू होने की उम्मीद।
जागरण संवाददाता, कानपुर : विकास की बाट जोह रहे सेंट्रल स्टेशन के अच्छे दिनों की शुरूआत हो गई है। दो सालों से एनसीआर मुख्यालय और रेलवे बोर्ड के चक्कर काट रहे मास्टर प्लान को आखिरकार रेलवे बोर्ड ने स्वीकार कर लिया। चेयरमैन रेलवे बोर्ड अश्वनी लोहानी ने मास्टर प्लान को परीक्षण के लिए इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (आइआरएसडीसी) को सौंप दिया है।
कानपुर सेंट्रल देश के उन चुनिंदा स्टेशनों की लिस्ट में है, जिन्हें रीडेवलपमेंट की सूची में भी शामिल किया गया है। अभी दिन पर दिन बढ़ते लोड की वजह से स्टेशन लोगों की अपेक्षित जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा है। स्टेशन की मुख्य इमारत को 90 साल पूरे होने जा रहे हैं। कई अन्य इमारतें और संरचनाएं भी बहुत पुरानी और जर्जर अवस्था में हैं। प्लेटफॉर्म, वॉटर बूथ, शौचालय, हाइड्रेंट पाइपलाइन आदि नवीनीकरण के इंतजार में हैं। कर्मचारियों के लिए केंद्रीकृत भवन, दिव्यांग सुविधा केंद्र और यात्री सुविधाओं की भी कमी है।
इन समस्याओं को मास्टर प्लान में शामिल किया गया था। स्टेशन डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार ने बताया कि बीते शनिवार को चेयरमैन रेलवे बोर्ड के साथ हुई बैठक में सेंट्रल स्टेशन के रीडेवलपमेंट और मास्टर प्लान पर भी चर्चा हुई। चेयरमैन ने मास्टर प्लान की प्लानिंग पर संतोष जताया और इसे परीक्षण के लिए आइआरएसडीसी को भेजा है। उसकी हरी झंडी मिलते ही स्टेशन के कायाकल्प की शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण के मास्टर प्लान में 53.58 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है।
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इन कार्यो से बदलेगी सूरत
(कैंट साइड मल्टी यूटिलिटी बिल्डिंग)
कैंट साइड इमारत, जिसमें एक साथ सभी यात्री सुविधाएं होंगी। टिकट, प्लेटफार्म टिकट, टिकट आरक्षण केंद्र, पूछताछ केंद्र, वेटिंग रूम व रेलवे से संबंधित सभी कार्यालय इस बिल्डिंग में होंगे। एक मॉल भी होगा।
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(एकल दिशा व्यवस्था)
एकल प्रविष्टि/एकल निकास के प्रस्ताव के साथ यहां पर यातायात को नियंत्रित किया जाएगा। इसके लिए स्टेशन रोड को गेट नंबर एक तीन तक बंद कर दिया जाएगा।
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एमसीओ और आरएमएस बिल्डिंग होगी शिफ्ट
वर्तमान में एमसीओ और आरएमएस कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ही हैं। यात्रियों की सुविधा वस्तुओं के लिए इस जगह को खाली कराया जाएगा। इसकी कार्यवाही भी चल रही है। इसे पुराने जीआरपी क्वार्टर व कूड़ा घर के स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा। कूड़ाघर को इससे आगे शिफ्ट किया जा रहा है। नए एमएमएस कॉम्प्लेक्स के बगल में नया आरएमएस कॉम्प्लेक्स भी आएगा।
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(कैब-वे)
यह संरचना सिटी साइड केंद्रीय उत्तर कॉलोनी के तोड़े गए क्वार्टर में बनेगी। इसके तहत प्लेटफार्म नंबर 9 पर आने वाली वीआइपी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री अपनी कार प्लेटफार्म तक ला सकेंगे। यहां पर एक बहुमंजिला इमारत भी विकसित होगी, जिसमें भी यात्री सुविधाएं होंगी।
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(मल्टी स्टोरी पार्किंग)
मल्टी स्टोरी पार्किंग सिटी साइड बनेगी, जहां अभी दोपहिया वाहनों की पार्किंग है।
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(यात्री निवास)
सिटी साइड पुराना तांगा स्टैंड पर यात्री निवासी बनाए जाने का प्रस्ताव है। यह तीन से पांच मंजिला होगा।
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(प्लेटफार्म और स्टेशन का संरचना)
कानपुर सेंट्रल के मौजूदा प्लेटफार्म बेहद खतरनाक स्थिति में हैं। प्लेटफॉर्म की सतह अच्छी नहीं हैं। चूहों ने इन्हें खोखला कर दिया है। विभिन्न जल बूथों और अन्य सुविधाओं को जोड़ने वाली पाइपलाइन और हाइड्रेंट पाइपलाइन जो कैरिज वॉटरिंग के लिए उपयोग की जाती हैं, बहुत पुरानी और खराब है। इसे बदला जाएगा।
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हटेगी सहकारी बैंक
कानपुर सेंट्रल के सिटी साइड पर सहकारी बैंक की पुरानी इमारत है। इस इमारत को अन्य यात्री सुविधाओं के लिए रास्ता बनाने के लिए स्थानातरित करने की जरूरत है। इसे कोपरगंज में ले जाया जाएगा।