कानपुर में हुआ दर्दनाक सड़क हादसा, माल गोदाम से आ रहे ट्रक ने मां-बेटे काे कुचला, मौत
Road Accident in Kanpur Mall Road हादसे के बाद जितेंद्र के परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी और जवान बेटे की मौत से पूरा परिवार बिलख पड़ा। सौरभ की पत्नी अंजली व बहन सुरभि तो बेसुध सी हो गईं।
कानपुर, जेएनएन। Road Accident in Kanpur Mall Road माल रोड चौराहे पर बुधवार शाम आरएफसी गोदाम से माल लादकर ला रहे तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार मां-बेटे को टक्कर मारकर कुचल दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। बेटे का शव करीब डेढ़ घंटे तक ट्रक के पहियों के बीच फंसा रहा। पुलिस ने आकर क्रेन की मदद से उसे निकलवाया। स्वजन रोते बिलखते पहुंचे और उन्होंने नो इंट्री में ट्रक आने की बात कहकर हंगामा कर दिया। पुलिस ने उन्हें शांत कराया।
इस तरह हुआ हादसा: कैंट में पंडित होटल के सामने रहने वाले निजी फर्म कर्मी जितेंद्र कुमार की 55 वर्षीय पत्नी ऊषा देवी छावनी स्थित प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका थीं। परिवार में दो बेटे 32 वर्षीय सौरभ, 25 वर्षीय अमूल और एक बेटी सुरभि है। बुधवार शाम करीब साढ़े चार बजे ऊषा देवी, बड़े बेटे सौरभ के साथ उसकी बाइक पर बैठकर दवा लेने जा रही थीं। जैसे ही वह माल रोड चौराहे पर पहुंचीं तो रेड लाइट होने के कारण वहां वाहन रुके थे। वाहनों के बीच में आरएफसी से माल लादकर आ रहा ट्रक भी था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जैसे ही ग्रीन लाइट हुई तो वाहन तेज रफ्तार से चौराहा पार करने लगे। सौरभ भी तेज रफ्तार से बाइक लेकर बढ़ा और ट्रक को ओवरटेक करने लगा। इसी दौरान ट्रक चालक ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर से मां-बेटे सड़क पर जा गिरे और चालक ने उन्हें कुचल दिया। लोगों ने शोर मचाया तो चालक ने ट्रक रोका। ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने चालक को पकड़ लिया। इसके बाद छावनी से मृतक मां-बेटे के स्वजन भी रोते बिलखते पहुंचे।
ट्रैफिक पुलिस पर लापरवाही का आरोप: ऊषा के अधिवक्ता बहनोई के साथ तमाम अधिवक्ता भी पहुंचे और उन्होंने नो इंट्री में ट्रक को गुजारने और ट्रैफिक पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। बवाल की आशंका पर डीसीपी पूर्वी अनूप कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर शांत कराया। थाना प्रभारी सत्यदेव शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने जांच का भरोसा दिलाया है।
आइसक्रीम लाने के लिए कहकर निकली थीं दादी: हादसे के बाद जितेंद्र के परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी और जवान बेटे की मौत से पूरा परिवार बिलख पड़ा। सौरभ की पत्नी अंजली व बहन सुरभि तो बेसुध सी हो गईं। रिश्तेदारों ने बताया कि जब ऊषा घर से निकली थीं तो सौरभ के मासूम बच्चे छह वर्षीय आरव व एक वर्ष की आरुषि भी साथ जाने की जिद करने लगे थे। लेकिन दादी (ऊषा) ने उनसे चाकलेट व आइसक्रीम लाने की बात कही और चली गई थीं।
पांच बजे तक खुलती है नो इंट्री, पास वाला ट्रक था: डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति ने लोगों के इस आरोप को खारिज करते हुए बताया कि ट्रक आरएफसी का पास धारक वाहन था और नियमानुसार उसे सुबह 11 बजे से पांच बजे तक इंट्री की अनुमति मिली हुई थी। कैमरे की फुटेज से पता लगा है कि बाइक सवार ने बायीं तरफ से ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की थी। तभी ट्रक के सामने बाइक आ गई और ट्रक चालक के रफ्तार बढ़ाने से हादसा हुआ।