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चित्रकूट जेल में गैंगवार के बाद मुख्तार की खैरियत जानने को पंजाब और आंध्र प्रदेश से आ रहे फोन

चित्रकूट जेल में बड़ी घटना और मुख्तार अंसारी के आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से बात करने वालों की दर्जनों फोन कॉल आ रही हैं। कोरोना रिपोर्ट में अंकित मोबाइल नंबर माफिया का समझकर बात करने के प्रयास में कर रहे कॉल।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 11:55 AM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 11:55 AM (IST)
चित्रकूट जेल में गैंगवार के बाद मुख्तार की खैरियत जानने को पंजाब और आंध्र प्रदेश से आ रहे फोन
बांदा जेल के नंबर पर आ रही कॉल।

बांदा, जेएनएन। माफिया मुख्तार अंसारी की खैरियत जानने वालों की कमी नहीं है। चित्रकूट जेल में गैंगवार और कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट में निगेटिव आने के बाद से अब तक दर्जनों फोन कॉलें जेल में आ चुकी हैं। फोन करने वालों में पंजाब, आंध्र प्रदेश व यूपी के कई बड़े लोग भी शामिल हैं। इंटरनेट मीडिया पर वायरल कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट में दर्ज मोबाइल नंबर माफिया का समझ लोग उस पर फोन कर रहे हैं, जबकि वह जेल प्रशासन का है।

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माफिया विधायक मुख्तार को सात अप्रैल को पंजाब की रूपनगर जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच मंडल कारागार बांदा स्थानांतरित किया गया था। जेल सूत्रों के मुताबिक, उसके यहां आने के बाद से चाहने वाले हालचाल जानने के लिए चिंतित हैं। मुलाकात बंद होने से उनके प्रयास पूरे नहीं हो पा रहे हैं। 24 अप्रैल को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तो उससे संबंध रखने वाले कई लोग परेशान हो गए।

12 मई को माफिया की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई। इसी बीच चित्रकूट जेल में बड़ी घटना हो गई। इससे उसके चाहने वालों में खैरियत जानने की बेताबी और बढ़ गई। कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट होने के बाद उसमें अंकित नंबरों को लोग माफिया का समझ रहे हैं। इससे लोग उसी नंबर पर फोन लगाकर मुख्तार भाई आप कैसे हैं, ये पूछ रहे हैं। जेल में आप को कोई दिक्कत तो नहीं है। इसकी भी लोग जानकारी लेना चाहते हैं। हालांकि, जेल प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यह नंबर मुख्तार का नहीं है। अनभिज्ञ लोग बराबर उसी नंबर पर हालचाल लेने के लिए फोन कर रहे हैं। फोन करने वाले अलग-अलग कई राज्यों के हैं।

  • फोन कॉल भले आ रहीं हैं, लेकिन जेल प्रशासन उनसे कोई बता नहीं करता है। किसी को जेल संबंधी कोई जानकारी भी नहीं दी जा सकती है। -पीके त्रिपाठी, प्रभारी जेलर, मंडल कारागार बांदा।

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