मंगलामुखी काजल किरन लड़ेंगी प्रधानी का चुनाव, कहा-शहरी वातावरण से मोह भंग, अब गांव का करूंगी विकास
चुनाव में उन्हेंं जीत जरूर नहीं मिली लेकिन जनता ने सम्मानजनक मत दिए थे। करीब 40 वर्षों से शहरी वातावरण में रहकर जनता की सेवा कर रहीं काजल किरन का शहर से मोह भंग हुआ तो उन्होंने गांव में विकास को गति देने के लिए रुख कर लिया।
कानपुर, जेएनएन। बिधनू विकास खंड की सेन पश्चिम पारा ग्राम पंचायत से मंगलामुखी काजल किरन प्रधान पद का चुनाव लड़ेंगी। इससे यहां का चुनाव अब रोचक होना तय है। रविवार दोपहर विकास खंड परिसर में पहुंचीं काजल किरन ने नामांकन दाखिल किया। शहर के वार्ड 48 से पार्षद रहीं काजल मंगलामुखी समाज की राष्ट्रीय महासचिव भी हैं। उन्होंने कहा कि शहरी वातावरण से मोह भंग हो चुका है, अब गांव का विकास करूंगी।
वर्ष 2006 में मंगलामुखी काजल किरन वार्ड 48 पशुपतिनगर (वर्तमान में वार्ड 66) से भारी मतों से जीतकर पार्षद चुनी गई थीं। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र का विकास किया। वर्ष 2012 में उन्होंने महाराजपुर विधान सभा क्षेत्र से निर्दलीय किस्मत आजमाई थी।
चुनाव में उन्हेंं जीत जरूर नहीं मिली, लेकिन जनता ने सम्मानजनक मत दिए थे। करीब 40 वर्षों से शहरी वातावरण में रहकर जनता की सेवा कर रहीं काजल किरन का शहर से मोह भंग हुआ तो उन्होंने गांव में विकास को गति देने के लिए रुख कर लिया। कहा कि वह गांव को हर मूलभूत सुविधा से पूर्ण करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। सेन पश्चिम पारा मंगलामुखी समाज का पुश्तैनी गांव है। यहां वर्षों पहले कई मंगलामुखी रहते थे, लेकिन बाद में शहर चले गए। उन्होंने एक वर्ष पहले फत्तेपुरगोही रोड पर मकान भी बनवा लिया है। इसके बाद से वह स्थायी रूप से गांव में रह रही हैं। बता दें कि सेन पश्चिमपारा ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए शनिवार तक चार लोगों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। रविवार को मंगलामुखी काजल किरन के पांचवें उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है।