उन्नाव में कलेक्ट्रेट पहुंचकर युवक ने सपरिवार किया आत्मदाह का प्रयास, पीड़ित ने एडीएम को बताई ये वजह
राजेश सायं लगभग 4 बजे पत्नी और दो बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां एडीएम कार्यालय के सामने साथ लाया गया मिट्टी का तेल चारों ने उड़ेल लिया। इस बीच कलेक्ट्रेट के सुरक्षा कर्मियों की उन पर नजर पड़ी तो उन लोगों ने आनन-फानन चारों को दबोच लिया।
उन्नाव, जेएनएन। सफीपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव जटपुरवा निवासी राजेश कुमार की संक्रमणीय भूमि पर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराने के लिए दे दी गई। पुश्तैनी रूप से भूमि पर काबिज चले आ रहे राजेश ने तहसील से लेकर एसडीएम तक कई प्रार्थनापत्र दिए पर सुनवाई नहीं हुई। सुनवाई न होने से आजिज राजेश ने पत्नी और दो बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट में पहुंच आत्मदाह का प्रयास किया। एडीएम ने उनकी फरियाद सुन एसडीएम को आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य रुकवा स्वयं जांच करने का निर्देश दिया। आत्मदाह करने का प्रयास करने वाले एवं उसकी पत्नी व दोनों बच्चों को सफीपुर कोतवाली पुलिस कलेक्ट्रेट से अपने साथ ले गई है।
बातचीत में सामने आई वजह
राजेश सायं लगभग 4 बजे पत्नी और दो बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा। जहां एडीएम कार्यालय के सामने साथ लाया गया मिट्टी का तेल चारों ने उड़ेल लिया। इस बीच कलेक्ट्रेट के सुरक्षा कर्मियों की उन पर नजर पड़ी तो उन लोगों ने आनन-फानन चारों को दबोच लिया। इससे वह आग नहीं लगा पाए। शोर सुन एडीएम राकेश सिंह कार्यालय से बाहर आए और आत्मदाह का प्रयास करने वाले परिवार के मुखिया से उनकी परेशानी पूछी। इस पर तहसील और एसडीएम को दिए शिकायतीपत्र दिखाते हुए उसने बताया कि घर के सामने संक्रमणीय भूमि है जिस पर पुश्तैनी कब्जा है, लेकिन उस पर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है। कई बार शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं की गई।
एडीएम ने बताया कि उसकी समस्या सुनने के बाद एसडीएम सफीपुर को निर्देश दिया है कि तत्काल काम बंद कराए और अपने सामने तहसीलदार से भूमि की जांच कराएं। उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों ने सिर्फ तेल उड़ेलने का प्रयास किया था। उसी वक्त सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें देखकर रोक लिया।