लेखा विभाग की प्रक्रिया को सरल व पारदर्शी बनाने के लिए सरकार ने की शुरुआत
सरकार ने लेखा विभाग की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए ई-माध्यमिक पोर्टल तैयार कर दिया है। फिलहाल ट्रायल पीरियड के दौरान लेखा विभाग के अफसर व कर्मी इसका उपयोग कर काम सीख रहे हैं और कर रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। डीआइओएस कार्यालय से हर माह हजारों की संख्या में शिक्षकों व कॢमयों के वेतन बिल पास होते हैं। हालांकि तमाम कवायदों के बावजूद, कभी कॢमयों तो कभी तकनीकी दिक्कतों के चलते कुछ लापरवाही हो जाती हैं और वह घोटाला का रूप ले लेती हैं। मगर, अब इस तरह की दिक्कतें खत्म होंगी। सरकार ने लेखा विभाग की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए ई-माध्यमिक पोर्टल तैयार कर दिया है। फिलहाल ट्रायल पीरियड के दौरान लेखा विभाग के अफसर व कर्मी इसका उपयोग कर काम सीख रहे हैं और कर रहे हैं। जल्द ही आने वाले समय में इसे प्रदेश के सभी जिलों में उपयोग के लिए लागू कर दिया जाएगा।
ये होंगी विशेषताएं
- वेतन बिल बनते ही प्रधानाचार्य व प्रबंधक के पास एसएमएस से सूचना जाएगी
- वेतन बिल बनने के बाद एक क्लिक पर संबंधित स्कूल का पूरा रिकार्ड दिखेगा
- एक जिले से दूसरे जिले में शिक्षकों के ट्रांसफर पर सारा वेतन उनके खाते में पहुंच जाएगा
- एनपीएस व सैलरी का अलग-अलग विवरण शिक्षकों के खातों में प्रदर्शीत हो सकेगा
- जिलेवार बजट की राशि, उपयोग की गई राशि समेत अन्य मद की राशि भी दिखेगी
इनका ये है कहना
- सरकार के निर्देश पर ई-माध्यमिक पोर्टल का उपयोग शुरू कर दिया है। आने वाले समय में इस पोर्टल के उपयोग से लेखा विभाग की कई समस्याएं खत्म हो जाएंगी। - अखिल सिंह, लेखाधिकारी