Move to Jagran APP

कबरई कांड : आरोपित बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ला गिरफ्तार, अभी तक फरार हैं निलंबित एसपी

महोबा के तत्कालीन एसपी और एसओ पर वसूली का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल करने वाले क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी दूसरे दिन अपनी कार में गोली लगने से घायल मिले थे। कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 05:32 PM (IST)
कबरई कांड : आरोपित बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ला गिरफ्तार, अभी तक फरार हैं निलंबित एसपी
पुलिस ने घटना के 77 दिनों के बाद आरोपित बर्खास्त एसओ को गिरफ्तार किया।

कानपुर, जेएनएन। महोबा के कबरई में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की गोली लगने से मौत के बाद खुले भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित तत्कालीन बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ला को आखिर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में आरोपित तत्काली निलंबित एसपी मणलाल पाटीदार और बर्खास्त सिपाही अरुण यादव अभी भी फरार हैं। खासा चर्चित रहे प्रकरण की प्रत्येक गतिविधि को शासन स्तर और पुलिस के आला अफसरों द्वारा निगरानी की जा रही है। घटना के 77 दिनों के बाद पुलिस ने आरोपित को झांसी सीमा से पकड़ा है, वहीं मुख्य आरोपितों के अभी तक नहीं पकड़े जाने से दिवंगत क्रशर कारोबारी के परिवार में दशहत व्याप्त है।

loksabha election banner

जानिए क्या है घटनाक्रम

कबरई के क्रशर ब्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने 7 व 8 सितंबर को तत्कालीन महोबा एसपी मणिलाल पाटीदार व तत्कालीन कबरई एसओ देवेंद्र शुक्ला पर जबरन वसूली का आरोप लगाते हुए अपनी जान को खतरा जताकर आडियो व वीडियो वायरल किये थे। साथ ही मुख्यमंत्री को भी संदर्भ के प्रार्थना पत्र भेजे थे। दूसरे ही दिन 8 सितंबर को दिन में दो बजे इंद्रकांत अपनी गाड़ी में घायल पड़े मिले थे, उनके गले में गोली लगी थी। कानपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान 13 सितंबर को उनकी मौत हो गई थी। दिवंगत के भाई रविकांत त्रिपाठी ने पूर्व एसपी व एसओ सहित चार लोगो के खिलाफ कबरई थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसमें जांच के दौरान सिपाही अरुण यादव का नाम भी जोड़ा गया था।

मुकदमा दर्ज होने के बाद स्वजन लगातार आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस ने आरोपित सुरेश सोनी व ब्रम्हदत्त को तो सितंबर माह में गिरफ्तार कर लिया था लेकिन तीनों पुलिसकर्मी ढाई माह बाद भी पकड़ से दूर थे। तत्काली निलंबित एसपी ने उच्चन्यायालय व लखनऊ भ्रष्टाचार न्यायालय में अरेस्ट स्टे व अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी, जो खारिज हो चुकी है। पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी न होने पर स्वजन पुलिस द्वारा जानबूझकर न्यायालय से राहत दिलाने की साजिश का आरोप लगाते रहे हैं।

वादी रविकांत त्रिपाठी ने बताया कि मुख्य आरोपित मणिलाल की गिरफ्तारी न होने से वह स्वयं व परिजन बेहद भयभीत हैं। पुलिस ने अब तत्कालीन बर्खास्त एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला की गिरफ्तारी की है। इससे उम्मीद है कि जल्द ही तत्कालीन निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार व बर्खास्त सिपाही अरूण यादव को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। महोबा एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपित बर्खास्त तत्कालीन एसओ देवेंद्र शुक्ला को झांसी सीमा के महोबकंठ क्षेत्र से गिरफतार किया है, उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.