कानपुर के पनकी हनुमान मंदिर में फिर गहराया विवाद, महंत ने भाई पर लिखाया मुकदमा
कानपुर में पनकी स्थित महंत जितेंद्र दास ने भाई जनार्दन दास पर चोरी के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं जनार्दन दास ने महंत के विरुद्ध मारपीट और गर्भगृह से धक्के मारकर निकालने की तहरीर दी थी।
कानपुर, जेएनएन। पनकी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर में शनिवार को महंत जितेंद्र दास व उनके भाई जनार्दन दास के बीच हुए झगड़े व मारपीट के मामले में सोमवार रात दोनों पक्षों ने थाने में तहरीर दी। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी है।
पनकी मंदिर के ब्रह्मलीन महंत भोलेश्वर दास के शिष्य जनार्दन दास शनिवार दोपहर मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं की सेवा कर रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान महंत जितेंद्र दास पहुंचे और उन्होंने श्रद्धालुओं के सामने ही जनार्दन दास से मारपीट की और उन्हेंं गर्भ गृह से बाहर निकाल दिया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई थी। घटना के बाद जनार्दन दास ने ब्रह्मलीन भोलेश्वर दास की गद्दी पर अपना अधिकार बताया था, जबकि जितेंद्र दास ने गर्भ गृह में जनार्दन दास के प्रवेश को नियम विरुद्ध बताते हुए गुल्लक से रकम चोरी के प्रयास का आरोप लगाया था।
सोमवार को दोनों पक्षों ने थाने पहुंचकर तहरीर दी। पनकी थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि जनार्दन दास की तहरीर पर जितेंद्र दास के खिलाफ मारपीट, गालीगलौज व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं जितेंद्र दास की तहरीर पर जनार्दन दास के खिलाफ चोरी करने के प्रयास की धारा में मुकदमा लिखा गया है। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
- जनार्दन दास को गर्भगृह में प्रवेश करने का अधिकार ही नहीं है। जो सच्चाई है उसके आधार पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया है। जनार्दन का मंदिर से कोई लेना देना नहीं है। गर्भगृह में सिर्फ पुजारी और महंत ही प्रवेश कर सकते हैं।- जितेंद्र दास, महंत
- जितेंद्र दास ने अवैध तरीके से महंत का पद हथिया लिया है। गर्भगृह में आज से नहीं वर्षों से प्रवेश कर रहा हूं। चोरी का प्रयास करने का आरोप निराधार है। जितेंद्र दास ने जानलेवा हमला किया था। तहरीर दे दी है। गिरफ्तारी होनी चाहिए। -जनार्दन दास