मदरसों में लगेगी स्मार्ट क्लास, मिलेगी आधुनिक शिक्षा,शहर के छात्र भी जुड़ेंगे जमीयत ओपन स्कूल से
कानपुर के मदरसों में पढऩे वाले छात्रों को स्मार्ड क्लास के माध्यम से आधुनिक शिक्षा दी जाएगी। इसके साथ ही मदरसा के छात्रों को जमीअत ओपन स्कूल से जोड़ा जाएगा। ओपन स्कूल में हाईस्कूल तक की शिक्षा एनआईओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) के तहत दी जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। मदरसा छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ऩे के लिए जमीयत उलमा हिंद ने पहल की है। इसके लिए जमीयत ओपन स्कूल शुरु किया जाएगा। ओपन स्कूल में हाईस्कूल तक की शिक्षा एनआईओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग) के तहत दी जाएगी। मदरसों में स्मार्ट क्लास लगाएं जाएंगे। जमीयत उलमा से संबद्ध शहर में स्थापित मदरसों के छात्रों को भी आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा। इसकी कवायद शुरु हो चुकी है। जल्द ही जमीयत उलमा हिंद के महासचिव महमूद मदनी शहर भी आने वाले हैं।
शहर में जाजमऊ स्थित जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम में मदरसा छात्रों के लिए स्मार्ट क्लासेस लगाई जाएगी। स्मार्ट क्लासेज के लिए मदरसा शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। देश भर में पहले चरण में 50 हजार मदरसा छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ा जाएगा। स्मार्ट क्लास में रेडियो व दूरदर्शन के माध्यम से प्रसारित होने वाले शैक्षिक कार्यक्रमों की भी व्यवस्था रहेगी। स्मार्ट क्लास के लिए मदरसा शिक्षा के अतिरिक्त एक घंटे का अतिरिक्त समय निकाला जाएगा। जमीयत ओपन स्कूल के तहत मदरसा छात्रों के लिए प्रतिदिन ऑनलाइन कक्षाएं लगेंगी। मदरसों में आधुनिक शिक्षा के लिए प्रथम चरण में महाराष्ट्र के 100, दिल्ली के 10 तथा उत्तर प्रदेश के 90 मदरसे चयनित किए गए हैं। मदरसा छात्रा 10वीं कक्षा की परीक्षा एनआइओएस के माध्यम से देंगे। जमीयत उलमा हिंद आगामी शैक्षणिक सत्र से ही इसकी शुरुआत करेगा।
आधुनिक शिक्षा से जोडऩे की है पहल
नगर जमीयत उलमा के महासचिव मौलाना अमीन उल हक अब्दुल्लाह का कहना है कि जमीयत उलमा हिंद ने जमीयत ओपन स्कूल के तहत मदरसों के छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की पहल गई की है। नगर में के मदरसा छात्रों को भी इसका लाभ मिलेगा। जमीयत उलमा हिंद के महासचिव महमूद मदनी 23 फरवरी को शहर आ रहे हैं।