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शादियों में चोरी करने के बाद शहर छोड़कर फरार हो जाता था मध्य प्रदेश का गिरोह

शादी समारोह में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह की सच्चाई। पकड़े न जाएं इसलिए घटना वाली रात ही तीन सौ किमी दूर चले जाते थे। जब पुलिस ने दूसरे जनपदों की पुलिस से संपर्क किया तो गिरोह का मध्यप्रदेश कनेक्शन सामने आया।

By ShaswatgEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 04:22 PM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 04:22 PM (IST)
शादियों में चोरी करने के बाद शहर छोड़कर फरार हो जाता था मध्य प्रदेश का गिरोह
तीनों गांवों में ऐसे अपराधियों की संख्या दर्जनों की संख्या में है।

कानपुर, जेएनएन। शादी समारोह में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला मध्य प्रदेश का गिरोह प्री प्लान के तहत वारदातों को अंजाम देता था। यही नहीं जैसे ही माल हाथ लगता, वारदात को अंजाम देने वाला गुट फौरन शहर छोड़ देता और रात में लगभग तीन सौ किमी दूर पहुंच जाते। डीआइजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश के तीन गांव गुलखेडी, कडिया और जमुई में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनका काम ही शादी समारोह में अतिथि बनकर घुसकर वर या वधू पक्ष से रुपये या जेवरों से भरा बैग पार करना होता है। तीनों गांवों में ऐसे अपराधियों की संख्या दर्जनों की संख्या में है। 

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लंबी जांच के बाद पुलिस को मिली थी सफलता 

उन्होंने बताया कि कानपुर में कई शादी समारोहों में इस तरह की कई घटनाएं पिछले दिनों हुई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस जब पुलिस ने दूसरे जनपदों की पुलिस से संपर्क किया तो गिरोह का मध्यप्रदेश कनेक्शन सामने आया। इसके बाद गिरोह के एक सदस्य का मोबाइल नंबर पुलिस को मिल गया। पुलिस ने सर्विलांस का जाल बिछाया तो सामने आया कि यह गिरोह एक रात में ही कानपुर से आगरा होते हुए पलवल तक चल गया। यह लोग किराए की टैक्सी करके शादी समारोह में सूटबूट पहनकर जाते थे। बच्चे वारदात को अंजाम देते थे, जबकि एक महिला के साथ गिरोह का कोई सदस्य भी वहां मौजूद रहता था, जो बच्चों पर नजर रखता था। जैसे ही कामयाबी मिलती वह टैक्सी से ही बाहर निकल जाते और उसी रात को शहर छोड़ देते थे।   दूसरे शहर की वारदातें खुलने का अंदेशा

डीआइजी के मुताबिक चार लोग फरार है, उन्हें भी जल्दी पकड़ लिया जाएगा। चोरी की बाकी बची रकम इन लोगों के पास ही है। इनके पकड़े जाने के बाद दूसरे शहरों में हुई घटनाओं के बारे में भी पुलिस को पता चल सकेगा।


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