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इंजन बेपटरी होने से साढ़े तीन घंटे ठप रहा लखनऊ-कानपुर रेल रूट

कानपुर- लखनऊ रेल रूट पर सोमवार को प्लेजर क्विक रीलेयिंग सिस्टम मशीन का इंजन बेपटरी होने से ट्रेनों का परिचालन साढ़े तीन घंटे ठप रहा। जिससे यात्रियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेल मंडल प्रबंधक ने घटना की जांच के आदेश दिये हैैं।

By Sarash BajpaiEdited By: Published: Mon, 22 Feb 2021 09:30 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 09:30 PM (IST)
इंजन बेपटरी होने से साढ़े तीन घंटे ठप रहा लखनऊ-कानपुर रेल रूट
उन्नाव में बेपटरी हुई पीक्यूआरएस मशीन,यातायात हुआ प्रभावित।

इंजन बेपटरी होने से साढ़े तीन घंटे ठप रहा लखनऊ-कानपुर रेल रूट

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कानपुर- लखनऊ रेल मार्ग, लूप लाइन से मेन लाइन, उन्नाव में हादसा, हाई स्पीड ट्रैक

कानपुर- लखनऊ रेल रूट पर सोमवार को प्लेजर क्विक रीलेयिंग सिस्टम मशीन का इंजन बेपटरी होने से ट्रेनों का परिचालन साढ़े तीन घंटे ठप रहा। जिससे यात्रियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेल मंडल प्रबंधक ने घटना की जांच के आदेश दिये हैैं।

उन्नाव में बेपटरी हुई पीक्यूआरएस मशीन,यातायात हुआ प्रभावित।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर सोमवार को मगरवारा स्टेशन के पास पीक्यूआरएस (प्लेजर क्विक रीलेयिंग सिस्टम) मशीन का इंजन बेपटरी होने से ट्रेनों का परिचालन साढ़े तीन घंटे ठप रहा। हादसा दोपहर करीब 1.04 बजे हुआ। 4.30 बजे तक रेल रूट बाधित रहा। डीआरएम ने हादसे की जांच के आदेश सीनियर डीईएन-5 को दिए हैं।

कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर सेमी हाई स्पीड परियोजना के तहत ट्रैक व स्लीपर बदले जा रहे हैं। गंगापुल बायां किनारा से करोवन रेलवे क्रॉङ्क्षसग के मध्य डाउन लाइन में ट्रैक बदलने के बाद बचे हिस्से (उन्नाव की ओर) में कार्य ब्लाक लेकर होना था। सोमवार दोपहर करीब 12.50 से 3:50 बजे तक क्रॉङ्क्षसग के आगे होने वाले कार्य के लिए ब्लाक मिलने पर मशीन गंगापुल बायां किनारा स्टेशन से उन्नाव की ओर लायी जा रही थी। मगरवारा स्टेशन से कुछ दूरी पर लूप से मेन लाइन पर आते समय मशीन का इंजन बेपटरी हो गया। प्वाइंट 41 बी (कैंची प्वाइंट) पर हुए हादसे की वजह से अप और डाउन दोनों ही लाइन बाधित हो गई। ऐसे में उन्नाव से कानपुर सेंट्रल स्टेशन आ रही राप्तीसागर ट्रेन को मगरवारा से पहले बलवंतखेड़ा क्रॉङ्क्षसग से कुछ दूर पर रोक दिया गया। करीब तीन घंटे तक ट्रेन क्रॉङ्क्षसग पर रुकी रही। शाम चार बजे तक क्रेन की मदद से बेपटरी इंजन के चार पहियों को वापस ट्रैक पर चढ़ाया गया। उधर, उन्नाव स्टेशन पर अप में दो मालगाड़ी रोकी गई थी। शाम करीब साढ़े चार बजे तक रेल रूट बहाल हो सका था। हादसे की जानकारी पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ विकास कुमार घटनास्थल पर पहुंचेे। डीआरएम संजय त्रिपाठी ने पूरे मामले की जांच शुरू कराई है। लोको पायलट और गार्ड के दर्ज बयान को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई होगी।

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मेडिकल के लिए लोको पायलट, सहायक व गार्ड के ब्लड सैैंपल लिए

लखनऊ रेल मंडल से एडीआरएम अमित श्रीवास्तव घटनास्थल पहुंचे। रेलवे हेल्थ यूनिट से वरिष्ठ मंडल चिकित्साधिकारी डॉ. भूपेंद्र कुमार व महेश ङ्क्षसह चौहान भी मगरवारा पहुंचे थे। उन्होंने लोको पायलट आरपी गुप्ता, सहायक लोको पायलट आवेश शुक्ल व गार्ड प्रांशुल गुप्ता की मेडिकल जांच को लेकर ब्लड सैंपल लिए। एडीआरएम के अनुसार जांच टीम में रेलपथ, परिचालन व कैरिज एंड वैगन के अधिकारी रहेंगे। संयुक्त जांच के आधार पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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टूटी मिली पटरी

देर शाम तक लखनऊ रेल मंडल से पहुंची तकनीकी टीम ने घटनास्थल की जांच की। डीआरएम संजय त्रिपाठी ने बताया कि हादसे के कुछ घंटे बाद क्रेन से इंजन के उतरे पहियों को ट्रैक पर लाया गया। यहां पर घटनास्थल पर पटरी एक जगह टूटी मिली है। यह हादसे में टूटी है या फिर पहले से कोई फ्रैक्चर रहा, इसकी पड़ताल कर रहे हैं। तकनीकी जांच के आधार पर दोषियों को निलंबित किया जाएगा। फिलहाल उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है। 


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