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बुखार पीड़ितों से एलएलआर अस्पताल के वार्ड फुल

मेडिसिन वार्ड में वायरल के 40 डेंगू के चार और मलेरिया के दो मरीज भर्ती ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 01:54 AM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 01:54 AM (IST)
बुखार पीड़ितों से एलएलआर अस्पताल के वार्ड फुल
बुखार पीड़ितों से एलएलआर अस्पताल के वार्ड फुल

जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर से लेकर गांवों का हर घर वायरल संक्रमण की चपेट में आ गया है। एलएलआर, उर्सला, केपीएम और कांशीराम अस्पताल की ओपीडी में जहां मरीजों का तांता लग रहा है, वहीं नर्सिंगहोम से लेकर डाक्टरों के निजी क्लीनिक में पीड़ितों का इलाज चल रहा है। एलएलआर अस्पताल के वार्ड डेंगू व बुखार पीड़ितों से पटे पड़े हैं।

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शुक्रवार दोपहर तक एलएलआर अस्पताल के मेडिसिन वार्ड में वायरल के 40, डेंगू के चार और मलेरिया के दो मरीज भर्ती हो चुके थे। मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. जेएस कुशवाहा ने बताया कि ओपीडी व इमरजेंसी में बड़ी संख्या में बुखार पीड़ित पहुंच रहे हैं। बुखार, डेंगू जैसे लक्षण, मलेरिया, खांसी-जुकाम और उल्टी-दस्त के मरीज अधिक हैं। उन्होंने बताया कि वायरल की वजह से किडनी भी प्रभावित हो रही है। ऐसे मरीज इमरजेंसी में गंभीर स्थिति में आ रहे हैं। मेडिसिन विभाग के सभी बेड फुल हो गए हैं, एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती करने की मजबूरी हो गई है। वहीं, एलएलआर के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या ने बताया कि डेंगू और वायरल के मरीजों का दबाव बढ़ता जा रहा है। नेत्र रोग विभाग का एक वार्ड मेडिसिन के मरीजों के लिए खोला गया है।

वायरल संक्रमण से तीन की गई जान : जिले में वायरल आक्रामक हो गया है। एलएलआर अस्पताल (हैलट) में बीते 24 घंटे में वायरल संक्रमण की चपेट में आकर तीन लोगों ने दम तोड़ दिया। डाक्टरों का कहना है कि वायरल डायरिया जहां किडनी को फेल कर रहा है, वहीं वायरल निमोनिया की चपेट में आकर फेफड़े भी काम करना बंद कर दे रहे हैं। इन तीनों मरीजों की मौत की वजह भी यही रही।

जाजमऊ निवासी 66 वर्षीय मो. शानू को कई दिनों से बुखार था। पास के डाक्टर से इलाज चल रहा था। उनके पुत्र इलियास ने बताया सुबह से उनकी सांस फूलने लगी। उन्हें उर्सला इमरजेंसी लेकर गए। गंभीर हालत होने पर एलएलआर भेजा, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। नौबस्ता गल्ला मंडी के आशा नगर निवासी 40 वर्षीय रामचन्द्र शुक्ला को लिवर की बीमारी थी। कई दिनों से बुखार था। हालत बिगड़ने पर स्वजन एलएलआर इमरजेंसी लेकर आए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, हमीरपुर के 42 वर्षीय रामशरण को 15 दिन से बुखार था। झटके आने पर स्वजन पहले जिला अस्पताल ले गए, जहां से डाक्टर ने एलएलआर रेफर कर दिया। इलाज के दौरान गुरुवार देर रात उनकी मौत हो गई।


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