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लेदर सेक्टर को 2,600 करोड़ रुपये की सौगात

विश्व में चमड़ा निर्यात के मामले में चीन के बाद दूसरा नंबर रखने वाले भारत के लेदर सेक्टर के विकास के लिए मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2,600 करोड़ रुपये के पैकेज को लांच किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Jul 2018 01:26 AM (IST)Updated: Wed, 04 Jul 2018 01:26 AM (IST)
लेदर सेक्टर को 2,600 करोड़ रुपये की सौगात
लेदर सेक्टर को 2,600 करोड़ रुपये की सौगात

जागरण संवाददाता, कानपुर :

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विश्व में चमड़ा निर्यात के मामले में चीन के बाद दूसरा नंबर रखने वाले भारत के लेदर सेक्टर के विकास के लिए मंगलवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2,600 करोड़ रुपये के पैकेज को लांच किया। इंडियन फुटवियर, लेदर एसेसरीज डेवलपमेंट प्रोग्राम नाम से यह योजना तीन वर्ष के लिए है। रूमा स्थित ऐलन हाउस इंस्टीट्यूट में काउंसिल फार लेदर एक्सपोर्ट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि तीन वर्ष बाद जरूरत हुई तो इस सेक्टर के विकास के लिए सरकार और भी धन देगी।

उन्होंने कहा कि कानपुर में इस उद्योग का अहम स्थान है। यहां के जूते व अन्य चर्म उत्पाद पूरी दुनिया में जाते हैं, मगर पिछले कुछ समय से यह उद्योग कठिनाई से गुजर रहा था। अगर किसी उद्योग में बाहर माल जाता है तो इससे देश का नाम रोशन होता है। इसीलिए केंद्र सरकार ने चमड़ा और फुटवियर के क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए 2,600 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की मंजूरी दी है। पैकेज वित्तीय वर्ष 2017-18 से 2020 तक तीन वित्तीय वर्षो के लिए है। इसके तहत चमड़ा क्षेत्र के लिए बुनियादी ढांचे का विकास, पर्यावरण संबंधी चिंताओं का समाधान किया जाएगा। साथ ही अतिरिक्त निवेश की सुविधा रहेगी। रोजगार सृजन, उत्पादन में भी वृद्धि होगी। उन्होंने चर्म उद्यमियों से पर्यावरण की रक्षा करने का भी आह्वान किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पैकेज उत्तर प्रदेश के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होने वाला है। डिफेंस का जो हब बनने वाला है, कानपुर उसका हृदय स्थल बन रहा है। लेदर सेक्टर उसके साथ आगे बढ़ सकता है।

शहर के सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि इस उद्योग में तकनीक की जो तरक्की होनी चाहिए, उसका अभाव है। सभी पढ़े-लिखे हैं, इसलिए तकनीक से जुड़ते हुए आगे बढ़ें। कार्यक्रम में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, स्टाम्प व नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, चर्म निर्यात परिषद के चेयरमैन मुखतारुल अमीन, उपाध्यक्ष अकील अहमद आदि मौजूद थे।

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नई औद्योगिक नीति बना रहे

कानपुर : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार एक नई औद्योगिक नीति बना रही है। इसमें देखा जा रहा है कि चमड़ा या अन्य पुराने उद्योगों को किस तरह जीवित रखें। इसके युवाओं के लिए ऐसे उद्योगों को विकसित करने की बात भी होगी जो आज हैं भी नहीं।


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