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मैैं फेल हो गया... लिखकर वकील ने जिंदगी से तोड़ लिया नाता, सुसाइड नोट में लिखा भाई को मोबाइल नंबर

चित्रकूट में राजापुर क्षेत्र में वकील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला और सुसाइड नोट बरामद किया है। वह चार माह पहले जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आए थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:58 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:58 AM (IST)
मैैं फेल हो गया... लिखकर वकील ने जिंदगी से तोड़ लिया नाता, सुसाइड नोट में लिखा भाई को मोबाइल नंबर
चित्रकूट के राजापुर में वकील खुदकुशी पर पुलिस जांच कर रही है।

चित्रकूट, जागरण संवाददाता। मैैं फेल हो गया...जिंदगी में सफल नहीं हो पाया लिखकर हाई कोर्ट के वकील ने खुदकुशी कर ली। शुक्रवार दोपहर पड़ोसियों की जानकारी पर पहुंची राजापुर थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वकील को वर्ष 2019 में पत्नी की हत्या के आरोप में कौशांबी पुलिस ने जेल भेजा था। मानसिक बीमार होने पर जेल प्रशासन ने उनका इलाज कराया था। चार माह पूर्व ही वह जमानत पर छूटे थे।

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राजापुर कस्बे के सब्जीमंडी के पास रुपौलिहन टोला में रहने वाले 40 वर्षीय अधिवक्ता प्रशांत राघव ने गुरुवार रात कमरे के अंदर रस्सी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। आत्महत्या की जानकारी शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे हुई, जब पड़ोसियों ने प्रशांत के कमरे का दरवाजा बंद देखा। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। कमरे की जांच में सुसाइड नोट पुलिस को मिला। जिसमें लिखा है 'मैं फेल हो गया, जिंदगी में सफल नहीं हुआ'। राजापुर थाना प्रभारी अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पत्र में भाई का मोबाइल नंबर भी लिखा है। जिसमें सूचना देने की बात है।

पत्नी की हत्या के आरोप में गए थे जेल

प्रशांत के पिता शिवलखन सिंह राजापुर के तुलसी इंटर कालेज में अध्यापक थे। उन्होंने राजापुर के अलावा प्रयागराज और कौशांबी में घर बनवाया था। पिता की मौत के बाद उनका पूरा परिवार प्रयागराज में रहने लगा था। प्रशांत हाई कोर्ट में अधिवक्ता थे। उनकी फतेहपुर के सुहेलपुर निवासी तृप्ति से शादी हुई थी। वह चार भाइयों में तीसरे नंबर के थे। थाना प्रभारी ने बताया कि वर्ष 2019 में प्रशांत पर पत्नी तृप्ति सिंह की हत्या का आरोप लगा था। कौशांबी पुलिस ने जेल भेजा था। तब से वह मानसिक बीमार चल रहे थे। जेल प्रशासन ने उसका वाराणसी में इलाज भी कराया था। चार माह पहले वह जमानत पर छूटा था। तब से राजापुर में अकेले रह रहे थे। उसके एक बेटा रियो राघव है जो उनके भाई अमरीश राघव के पास कौशांबी में रहता है।


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