शराब के लिए पत्नी से मांग रहा था पैसे, न देने पर रेत दिया गला
बिधनू के तुलसियापुर गांव में वारदात, बचाने पहुंचे चचेरे साले को भी किया घायल, पहले हथौड़ी से सिर पर किए वार, फिर हंसिया से रेत दी गर्दन।
बिधनू (कानपुर), संवाद सहयोगी। तुलसियापुर गांव में शराब के लिए पैसे न देने पर भट्ठा मजदूर ने पत्नी की नृशंस हत्या कर दी। पहले हथौड़ी से सिर पर वार किए, फिर हंसिया से गर्दन रेतकर फरार हो गया। बचाने आए रंजिता के चचेरे भाई विकास पर भी हमला किया। सीओ घाटमपुर ने मौके पर पहुंचकर जांच की। फोरेंसिक टीम ने हथौड़ी और हंसिया को कब्जे में ले लिया है। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
बिधनू के तुलसियापुर गांव में रहने वाला रविकांत गांव के किनारे स्थित ईट-भट्टे पर मजदूरी करता था। नशे का आदी होने के चलते पैसों के लेन-देन को लेकर उसका आए दिन पत्नी से विवाद होता था। दो दिन पहले ही वह वेतन के चार हजार रुपये लेकर आया और शराब में उड़ा दिए। शनिवार की शाम वह फिर पत्नी रंजिता (27) से कुछ रुपये मांगने लगा। रंजिता ने विरोध किया तो रविकांत ने गालीगलौज करते हुए घर में रखी हथौड़ी से रंजिता के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
चीखपुकार सुनकर अंदर कमरे में आराम कर रहा रंजिता का चचेरा भाई विकास बचाने दौड़ा तो उसे भी हथौड़ी मार दी। विकास शोर मचाता हुआ मदद के लिए बाहर भागा तो रविकांत ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद हंसिया से पत्नी के गले पर वार कर हत्या कर दी। जब तक पड़ोसी पहुंचे वह फरार हो चुका था। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाकर हथौड़ी व हंसिया कब्जे में ले लिया है। सीओ शैलेंद्र ¨सह व बिधनू इंस्पेक्टर द्रविड़ कुमार ने विकास से पूछताछ की। शाम को रंजिता के भाई की तहरीर पर रविकांत के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सीओ ने बताया कि हत्यारोपित की तलाश में तीन टीमें लगी हैं। जल्द उसे पकड़ लिया जाएगा।
साथ देता परिवार तो बच जाती जान
रविकांत के पिता जगतपाल, मां शकुना व भाई रामशरण बगल वाले मकान में रहते हैं। विकास ने बताया कि बहनोई को हमला करते देख वह मदद के लिए सबसे पहले उनके घर गया लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। इसके बाद वह भी मकान में ताला डालकर भाग गए।
दो मासूमों के सिर से उठा मां का आंचल
रंजिता के दो बच्चे पांच साल का साकार व तीन साल का आरव है। घटना के वक्त दोनों घर के बाहर ही खेल रहे थे। बाद में पड़ोसियों ने मासूमों को संभाला और रंजिता के मायके वांगीपुरवा से आए पिता कैलाश व मुन्नी देवी के सुपुर्द कर दिया।