श्रम कल्याण परिषद की पहल, यूपी में हर श्रमिक को मिलेगा यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर
श्रमिकों को यूआइएन मिलने के बाद उन्हें परिषण की कल्याणकारी योजनाओं के अलासा सभी जानकारी मिल सकेंगी । इसके अलावा उनकी एक अलग पहचान होगी और इसके साथ ही श्रम विभाग में श्रमिक का पूरा रिकॉर्ड होगा ।
कानपुर, [समीर दीक्षित]। अभी तक भले ही श्रमिकों को किसी तरह की आइडी श्रम विभाग से न दी गई हो, पर अब जल्द ही उन्हें यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर (यूआइएन) मिल जाएगा। श्रम कल्याण परिषद की ओर से यह कवायद शुरू होगी।
परिषद के अफसरों का कहना है, कि पंजीकृत श्रमिकों की संख्या लाखों में है, इसलिए इस काम में कुछ देरी जरूर होगी। मगर जिस दिन श्रमिकों को उनका यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर मिल जाएगा उस दिन से उनकी एक अलग पहचान होगी। इसके साथ ही श्रम विभाग में उस श्रमिक का पूरा रिकॉर्ड होगा। श्रमिक ने कब-कब किन-किन योजनाओं का लाभ लिया है, यह जानकारी भी एक क्लिक पर ही मिल सकेगी।
दरअसल, वाराणसी में 29 जनवरी को हुई बोर्ड बैठक में श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पं.सुनील भराला ने अफसरों से इस मामले पर चर्चा की। इसके बाद तय हुआ, कि श्रमिकों के लिए अब यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर जल्द से जल्द जारी किया जाएगा। उपश्रमायुक्त अमित मिश्रा ने बताया कि जब सभी श्रमिकों को यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर मिल जाएगा तो उसके बाद उनका आधार नंबर व मोबाइल नंबर को उससे जोड़ दिया जाएगा। ताकि जब कभी श्रमिक किसी योजना का लाभ लें तो उनके पास पूरी सूचना समय से पहुंच सके।
एक नजर आंकड़ों पर
- यूपी शॉप एंड कॉमर्शियल एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों की संख्या: 21,80,328
- कॉन्ट्रैक्ट लेबर एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत: 15,89,423
- फैक्ट्री एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत: 24,25,612