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KDA Kanpur News: फर्जी रजिस्ट्री को लेकर कानपुर विकास प्राधिकरण में खलबली, दस्तावेज ढूंढ रहे कर्मी

कृष्णानगर योजना में फर्जी रजिस्ट्री के मामले में परतें खुल रहीं हैं तो कानपुर विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों में खलबली मची है। अफसरों के निर्देश के बाद फर्जी रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज कर्मचारियों ने ढूढने शुरू कर दिए हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 11:49 AM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 11:49 AM (IST)
KDA Kanpur News: फर्जी रजिस्ट्री को लेकर कानपुर विकास प्राधिकरण में खलबली, दस्तावेज ढूंढ रहे कर्मी
कानपुर में केडीए के भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री का मामला।

कानपुर, जेएनएन। फर्जी रजिस्ट्री के मामले परत दर परत खुलने शुरू हो गए हैं। इसके चलते विकास प्राधिकरण में खलबली मच गयी है। कृष्णानगर में दो भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आने के बाद से जोन के कर्मचारी दस्तावेज ढूंढने में लगे हैं। श्यामनगर में डी ब्लाक में 356 वर्ग मीटर के भूखंड का फर्जी नामान्तरण करके केडीए में सक्रिय रैकेट दलालों के साथ मिलकर करने में लगा है। प्राधिकरण की सबसे बड़ी आवासीय योजना सुजातगंज और डब्ल्यू ब्लाक जूही में फर्जी रजिस्ट्री के सबसे बड़ा खेल हो रहा है। दोनों ही योजनाओं के एक-एक भूखंड की जांच हो जाए तो बड़ा घोटाला पकड़ में आएगा। मामले में फंसे अफसर और कर्मचारी अपने को बचाने के लिए आकाओं के चक्कर लगा रहे हैं। अपर सचिव ने कृष्णानगर के मामले में रिपोर्ट तलब की है।

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दैनिक जागरण ने केडीए के भूखंडों में फर्जी दस्तावेज लगाकर रजिस्ट्री के मामले का खुलासा किया तो सक्रिय रैकेट में हड़कंप मचा है। खास तौर पर डब्ल्यू वन जूही, साकेत नगर, सुजातगंज, श्यामनगर, कृष्णानगर, लखनपुर, इंदिरानगर, किदवईनगर, पनकी आवासीय योजना में फर्जी रजिस्टी का सबसे बड़ा खेल हुआ है। जूही में छह फर्जी रजिस्ट्री के मामले में जाचं चल रही है। एक कर्मचारी निलंबित भी हो चुका है। इसके अलावा पनकी में चालीस फर्जी रजिस्ट्री के मामले पकड़ में आ चुके हैं। कई में गेस्ट हाउस और नर्सिंग होम बन गए हैं। इंदिरा नगर में एक कर्मचारी के रिश्तेदार रह रहा है।

श्यामनगर वार्ड के पार्षद राजीव सेतिया ने उपाध्यक्ष से शिकायत की है कि भूखंड संख्या 274 ब्लाक डी श्यामनगर में फर्जी तरीके से नामान्तरण किया जा रहा है। कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फर्जी वाड़े की प्रयास किया जा रहा है। जुलाई 2019 में प्रकाशित विज्ञिप्त में सुनील दत्त द्वारा 26 जून 2000 को भूखंड राम दत्त को बैनामा करना दर्शाया गया है जिनकी मृत्यु 26 जून 1977 को हो चुकी है। नामान्तरण किया गया है इसको निरस्त किया जाए। श्यामनगर में कम से कम आधा दर्जन भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री कर दी गई है। उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने इस पूरे प्रकरण में दस्तावेज मंगाए हैं।


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