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यूपीएसईई : पढि़ए, शहर के टॉपरों की सफलता की कहानी, जानिए उनकी ख्वाहिश

यूपीएसईई में सिटी टॉपरों में अर्पित रुचित प्रकाश हर्ष ओम आदित्य गुप्ता व अंकित शुक्ला शामिल।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 01:28 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 01:28 PM (IST)
यूपीएसईई : पढि़ए, शहर के टॉपरों की सफलता की कहानी, जानिए उनकी ख्वाहिश
यूपीएसईई : पढि़ए, शहर के टॉपरों की सफलता की कहानी, जानिए उनकी ख्वाहिश

कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश राज्य प्रवेश परीक्षा (यूपीएसईई) का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित कर दिया गया। बीटेक में प्रवेश के लिए नौबस्ता निवासी अर्पित शुक्ला प्रदेश में आठवीं रैंक प्राप्त करके शहर में अव्वल रहे, वहीं रुचित प्रकाश सक्सेना ने 25वीं, हर्ष ओमर ने 53वीं, आदित्य गुप्ता ने 110वीं रैंक व अंशुमान मिश्रा ने 116वीं रैंक प्राप्त की है। अंशुमान ने बीटेक व बीटेक एग्रीकल्चर में तीसरी रैंक के साथ यह परीक्षा पास की है। बीफार्मा की प्रवेश परीक्षा में रेवा त्रिवेदी भी 8वीं रैंकिंग व एमबीए में 6वीं रैंक प्राप्त करके अमित तिवारी भी शहर में अव्वल आए हैं। बातचीत में इन टॉपरों ने अपनी सफलता की कहानी और ख्वाहिश साझा की है...।

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सुंदर पिचाई की तरह इनोवेशन की ख्वाहिश

यूपीएसईई के सिटी टॉपर अर्पित शुक्ला की ख्वाहिश गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की तरह बनने की है। वह उनकी तरह इनोवेशन करने की चाहत रखते हैं। उनकी तमन्ना है कि वह ऐसी तकनीकी इजाद करें जो देश के विकास में अपना योगदान दे सके और जिससे आम व्यक्ति को भी लाभ हो। सामाजिक सरोकारों से जुड़े शोध करने की चाहत रखने वाले अर्पित शुक्ला यूपीएसईई से पहले जेईई मेंस में भी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। इस परीक्षा में उनकी दो हजार रैंक थी।

अब उन्हें जेईई एडवांस के परीक्षा परिणाम का इंतजार है। उन्हें उम्मीद है कि आइआइटी में दाखिल मिल जाएगा। वह कंप्यूटर साइंस ब्रांच से बीटेक करना चाहते हैं। नौबस्ता में रहने वाले अर्पित के पिता राजेश कुमार गुप्ता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं जबकि मां सावित्री शुक्ला गृहणी हैं। उन्होंने एसडी एजुकेशन सेंटर से दसवीं की परीक्षा 98 फीसद व 12वीं की परीक्षा 97.5 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण की है।

आइआइटी से करनी है पढ़ाई

यूपीएसईई की परीक्षा में 25वीं रैंक हासिल करने वाले रुचित प्रकाश सक्सेना ने कहा कि वह आइआइटी कानपुर से इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। काकादेव निवासी रुचित ने 12वीं की परीक्षा प्रभात पब्लिक सीनियर सेकेंड्री स्कूल से 96 फीसद अंकों के साथ पास की। इसके बाद जेईई मेंस में उन्हें 7501वीं रैंक मिली। फिलहाल रुचित को जेईई एडवांस के परिणाम का इंतजार है। रुचित कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं। रुचित के पिता जीपी सक्सेना प्राइवेट सेक्टर में जीएम के पद पर कार्यरत हैं, वहीं माता नीलम सक्सेना गृहणी हैं।

आइआइटी ही मेरी मंजिल

यूपीएसईई में 53वीं रैंक हासिल करने वाले हर्ष ओमर आइआइटी को ही अपनी मंजिल मानते हैं। हालसी रोड निवासी हर्ष ओमर ने बताया कि उन्हें जेईई मेंस में 8912वीं रैंक मिली। उन्होंने अभी जेईई एडवांस की परीक्षा दी है, जिसके परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। हर्ष ने 12वीं की परीक्षा डॉ.वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर से 92.5 फीसद अंकों से पास की। हर्ष के पिता राजेंद्र कुमार गुप्ता प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं, जबकि माता संध्या ओमर गृहणी हैं।

मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहता हूं

यूपीएसईई में 110वीं रैंक हासिल करने वाले आदित्य गुप्ता आइआइटी से मैकेनिकल इंजीनियङ्क्षरग की पढ़ाई करना चाहते हैं। आजाद नगर निवासी आदित्य ने बताया कि उन्हें जेईई मेंस में 9537वीं रैंक मिली। आदित्य ने कहा कि उन्होंने भी जेईई एडवांस की परीक्षा दे रखी है। उसके परिणाम का वह इंतजार कर रहे हैं। आदित्य ने 12वीं की परीक्षा गौरव मेमोरियल इंटरनेशनल स्कूल से 93 फीसद अंकों से पास की। आदित्य के पिता सतीश गुप्ता की बेकरी शॉप है, जबकि माता सारिका गुप्ता सरकारी विद्यालय में शिक्षक हैं।

अमित पढ़ाई के साथ घर को भी दे रहे सहारा

यूपीएसईई में छठवीं रैंक लाकर सिटी टॉपर बने अमित तिवारी पढ़ाई के साथ घर को भी सहारा देने का प्रयास कर रहे हैं। पिता के टेलीकॉम विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। गल्ला मंडी निवासी अमित तिवारी ने बताया कि जब से कॅरियर के बारे में सोचना शुरू किया उन्हें एमबीए ही नजर आया। वह फाइनेंस के क्षेत्र में जाने की ख्वाहिश रखते हैं। उनके पिता भी चाहते हैं कि वे इसी क्षेत्र में अपना भविष्य बनाएं। उन्हें उनकी शिक्षक स्मृति राठौर ने आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। यूपीएसईई में सफल होने के बाद उन्होंने स्टेप एचबीटीआइ व आइईटी लखनऊ को अपनी प्राथमिकता में रखा है। इसके साथ ही वह कैट की परीक्षा की तैयारी भी करेंगे। उनका लक्ष्य इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में प्रवेश लेना है।

फार्मेसी के क्षेत्र में शोध करने की ख्वाहिश

यूपीएसईई में बीफार्मा में आठवीं, गल्र्स कैटेगिरी में चौथी व बीटेक बायोटेक में पांचवीं रैंक प्राप्त करने वाली रेवा त्रिवेदी की इच्छा फार्मेसी के क्षेत्र में शोध करने की है। सिटी टॉपर रेवा ने बचपन से पिता संजय तिवारी को देखकर फार्मा के क्षेत्र में भविष्य बनाने की सोची। क्योंकि उनके पिता फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में कार्यरत हैं। गुमटी नंबर पांच निवासी डीपीएस आजादनगर से दसवीं की परीक्षा 10 सीजीपीए व 12वीं की परीक्षा 94 फीसद अंकों के साथ पास की है।

जून के तीसरे हफ्ते से होगी काउंसिलिंग

यूपीएसईई की काउंसिलिंग जून के तीसरे हफ्ते से शुरू होने की संभावना है। पंजीकरण, पंजीकरण शुल्क, दस्तावेजों का सत्यापन, सीट आवंटन परिणाम व सीट कंफर्म यह सभी प्रक्रियाएं महीने भर के अंदर यानि जुलाई माह तक समाप्त हो जाएंगी। एकेटीयू इस प्रकार की रूपरेखा तैयार कर रहा है कि काउंसिलिंग में सभी छात्रों को मौका मिलने के साथ प्रवेश प्रक्रिया समय पर खत्म हो जाए।

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