CS Result 2019 : टॉपर तान्या के जीवन में था ये टर्निंग प्वाइंट, समीक्षा ने की मोमबत्ती में पढ़ाई Kanpur News
द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्री ऑफ इंडिया के परिणाम में शहर की दो छात्राओं ने परचम फहराया है।
By AbhishekEdited By: Published: Mon, 26 Aug 2019 02:02 PM (IST)Updated: Mon, 26 Aug 2019 02:02 PM (IST)
कानपुर, जेएनएन। द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्री ऑफ इंडिया ने रविवार को सीएस फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव व प्रोफेशनल का परिणाम जारी कर दिया। सीएस प्रोफेशनल में शहर के मेधावियों ने अपनी शानदार सफलता का परचम लहराया है। लाल बंगला के घाऊखेड़ा निवासी तान्या कथूरिया देश में अव्वल हैं। वहीं कल्याणपुर की समीक्षा भाटिया ने चौथी रैंक प्राप्त की है। करीब पांच साल बाद शहर ने ऑल इंडिया टॉपर दिया है।
कानपुर से शमिल हुए थे 250 छात्र-छात्राएं
सीएस प्रोफेशनल की परीक्षा में शहर से 250 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे, जिनमें 11 सफल हुए। तान्या और समीक्षा के अलावा आयुष सिंह चौहान, श्रेया चोपड़ा, समीना, सुब्रत मोहन गुप्ता, कुलप्रीत सिंह भोगाल, रवीना सोनी, कृति मिश्रा, विशेष तिवारी व कृति शर्मा ने भी सफलता अर्जित की है। सीएस प्रोफेशनल के दोनों पाठयक्रम का परिणाम करीब 27 फीसद रहा। एक्जीक्यूटिव के पुराने पाठ्यक्रम में 11. 51 फीसद जबकि नए में परिणाम 10.22 फीसद रहा। संस्थान के कानपुर चेप्टर में हुए कार्यक्रम में चेयरमैन गोपेश साहू ने मेधावियों को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि अगली परीक्षाएं 20 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच होंगी।
एक टर्निंग प्वाइंट ने तान्या के जीवन की बदल दी दिशा
सीएस प्रोफेशनल की ऑल इंडिया टॉपर तान्या कथूरिया के जीवन में एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट आया, जिसने उनकी दिशा बदल ली। सीएस एक्जीक्यूटिव में देशभर में 12वीं रैंक प्राप्त करने वाली लालबंगला की घाऊखेड़ा निवासी तान्या बताती हैं कि एक सीएस टॉपर का साक्षात्कार पढ़ा तो विज्ञान वर्ग के साथ 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 81 फीसद अंक प्राप्त करने के बाद वर्ग को अलविदा कहते हुए वाणिज्य संकाय से स्नातक किया। उनके लिए विज्ञान के बाद कॉमर्स चुनना आसान नहीं था।
कुछ अलग करने की ख्वाहिश में सीएस की पढ़ाई की ओर कदम बढ़ाए। योजनाबद्ध ढंग से अध्ययन किया और सफलता मिलती गई। सीएस फाउंडेशन में भी वह अखिल भारतीय स्तर पर अव्वल रहीं। उनका सपना था कि जिस तरह उन्होंने सीएस टॉपर का साक्षात्कार पढ़ा है उसी तरह उनका भी साक्षात्कार अखबारों में प्रकाशित हो। अव्वल आने में उनकी पढ़ाई के अलावा पिता जोगेन्दर कथूरिया एडवोकेट व मां रजनी का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण रहा।
सात साल मोमबत्ती की रोशनी में की पढ़ाई
अगर इरादा पक्का हो तो सफलता कदम चूम ही लेती है। यह बात सीएस प्रोफेशनल की परीक्षा में ऑल इंडिया चौथी रैंक प्राप्त करने वाली समीक्षा भाटिया पर सटीक बैठती है। कल्याणपुर में अपने पिता यशपाल भाटिया, मां अलका व भाई के साथ रहने वाली समीक्षा ने आर्थिक परिस्थितियों को मात देकर सफलता की इबारत लिखी है। कक्षा पांच से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने बिना किसी ट्यूशन व मोमबत्ती की रोशनी में की। घर में न तो इंवर्टर था, न ही जनरेटर। प्राइवेट कंपनी में कार्यरत पिता होनहार बेटी को बढ़ाने का प्रयास करते रहे।
पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटी ने रात रात भर पढ़ाई कर प्रश्नों के उत्तर तलाशे। स्वाध्याय से 12वीं की परीक्षा 93 फीसद व 10वीं की बोर्ड परीक्षा 85 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण की। इसके बाद पहली बार में ही सीएस फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव व प्रोफेशनल तीनों परीक्षाएं पास करके अपनी प्रतिभा साबित की। अब वह कंपनी सेक्रेट्री के इस प्रोफेशन के साथ विदेश में काम करने की ख्वाहिश रखती हैं।
कानपुर से शमिल हुए थे 250 छात्र-छात्राएं
सीएस प्रोफेशनल की परीक्षा में शहर से 250 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे, जिनमें 11 सफल हुए। तान्या और समीक्षा के अलावा आयुष सिंह चौहान, श्रेया चोपड़ा, समीना, सुब्रत मोहन गुप्ता, कुलप्रीत सिंह भोगाल, रवीना सोनी, कृति मिश्रा, विशेष तिवारी व कृति शर्मा ने भी सफलता अर्जित की है। सीएस प्रोफेशनल के दोनों पाठयक्रम का परिणाम करीब 27 फीसद रहा। एक्जीक्यूटिव के पुराने पाठ्यक्रम में 11. 51 फीसद जबकि नए में परिणाम 10.22 फीसद रहा। संस्थान के कानपुर चेप्टर में हुए कार्यक्रम में चेयरमैन गोपेश साहू ने मेधावियों को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि अगली परीक्षाएं 20 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच होंगी।
एक टर्निंग प्वाइंट ने तान्या के जीवन की बदल दी दिशा
सीएस प्रोफेशनल की ऑल इंडिया टॉपर तान्या कथूरिया के जीवन में एक ऐसा टर्निंग प्वाइंट आया, जिसने उनकी दिशा बदल ली। सीएस एक्जीक्यूटिव में देशभर में 12वीं रैंक प्राप्त करने वाली लालबंगला की घाऊखेड़ा निवासी तान्या बताती हैं कि एक सीएस टॉपर का साक्षात्कार पढ़ा तो विज्ञान वर्ग के साथ 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 81 फीसद अंक प्राप्त करने के बाद वर्ग को अलविदा कहते हुए वाणिज्य संकाय से स्नातक किया। उनके लिए विज्ञान के बाद कॉमर्स चुनना आसान नहीं था।
कुछ अलग करने की ख्वाहिश में सीएस की पढ़ाई की ओर कदम बढ़ाए। योजनाबद्ध ढंग से अध्ययन किया और सफलता मिलती गई। सीएस फाउंडेशन में भी वह अखिल भारतीय स्तर पर अव्वल रहीं। उनका सपना था कि जिस तरह उन्होंने सीएस टॉपर का साक्षात्कार पढ़ा है उसी तरह उनका भी साक्षात्कार अखबारों में प्रकाशित हो। अव्वल आने में उनकी पढ़ाई के अलावा पिता जोगेन्दर कथूरिया एडवोकेट व मां रजनी का मार्गदर्शन भी महत्वपूर्ण रहा।
सात साल मोमबत्ती की रोशनी में की पढ़ाई
अगर इरादा पक्का हो तो सफलता कदम चूम ही लेती है। यह बात सीएस प्रोफेशनल की परीक्षा में ऑल इंडिया चौथी रैंक प्राप्त करने वाली समीक्षा भाटिया पर सटीक बैठती है। कल्याणपुर में अपने पिता यशपाल भाटिया, मां अलका व भाई के साथ रहने वाली समीक्षा ने आर्थिक परिस्थितियों को मात देकर सफलता की इबारत लिखी है। कक्षा पांच से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई उन्होंने बिना किसी ट्यूशन व मोमबत्ती की रोशनी में की। घर में न तो इंवर्टर था, न ही जनरेटर। प्राइवेट कंपनी में कार्यरत पिता होनहार बेटी को बढ़ाने का प्रयास करते रहे।
पिता का सपना पूरा करने के लिए बेटी ने रात रात भर पढ़ाई कर प्रश्नों के उत्तर तलाशे। स्वाध्याय से 12वीं की परीक्षा 93 फीसद व 10वीं की बोर्ड परीक्षा 85 फीसद अंकों के साथ उत्तीर्ण की। इसके बाद पहली बार में ही सीएस फाउंडेशन, एक्जीक्यूटिव व प्रोफेशनल तीनों परीक्षाएं पास करके अपनी प्रतिभा साबित की। अब वह कंपनी सेक्रेट्री के इस प्रोफेशन के साथ विदेश में काम करने की ख्वाहिश रखती हैं।
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