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PM Modi संग परीक्षा पे चर्चा के बाद लौटे छात्रों और छात्राओं ने बताई अपने मन की बात

नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कार्यक्रम के बाद कानपुर व आसपास के जिलों के मेधवियों ने अनुभव साझा किए।

By AbhishekEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 01:26 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 01:26 PM (IST)
PM Modi संग परीक्षा पे चर्चा के बाद लौटे छात्रों और छात्राओं ने बताई अपने मन की बात
PM Modi संग परीक्षा पे चर्चा के बाद लौटे छात्रों और छात्राओं ने बताई अपने मन की बात

कानपुर, जेएनएन। नई दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में विशेष कार्यक्रम परीक्षा पर चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्र-छात्राओं से बात की। उनसे परीक्षा की तैयारियों पर चर्चा के साथ तनाव मुक्ति का मंत्र दिया। कार्यक्रम में शामिल प्रदेश के 182 छात्रों में कानपुर व आसपास जिलों के मेधावी भी थे। कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा के तीन- तीन व उरई, कन्नौज, फतेहपुर, महोबा व उन्नाव के दो- दो छात्र गए थे। प्रधानमंत्री से रू-ब-रू होने के बाद प्रफुल्लित छात्रों ने कुछ इस तरह से मन की बात साझा की....। 

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  • प्रधानमंत्री की बातों से बहुत कुछ सीखने को मिला। उनसे सीख मिली कि परीक्षा कोई हौव्वा नहीं, यह महज एक जीवन का पड़ाव है। -संदेश कुमार, केंद्रीय विद्यालय अर्मापुर कानपुर
  • पीएम को सामने देखकर बहुत अच्छा लगा। उनकी अनुशासित होकर पढ़ाई पर पूरा ध्यान देने, सोशल मीडिया से दूर रहने और तनाव में न आने की सीख कामयाबी दिलाने वाली है। उनकी बातों का अनुसरण करूंगा। -ध्रुव चौरसिया, केंद्रीय विद्यालय चकेरी कानपुर
  • पीएम मोदी की बातें आत्मविश्वास बढ़ाने वाली हैं। निश्चित रूप से एकाग्रचित होकर यदि हम पढ़ाई करेंगे तो सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। -पूर्णिमा, केंद्रीय विद्यालय कैंट कानपुर
  • यदि उन्हें परीक्षा पर चर्चा में प्रश्न करने का मौका मिलता तो वह पूछते कि शिक्षा में आजादी कहीं न कहीं खत्म हो गई है। कुछ विषयों में छात्र-छात्राओं को जबरन पढ़ाई करनी पड़ती है। जिस क्षेत्र में उन्होंने कॅरियर सोचा है, इस बारे में जानने का प्रयास कम रहता है। -अभय शंकर, केंद्रीय विद्यालय उन्नाव
  • -शिक्षा में किसी प्रकार की जोर जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए, भय मुक्त वातावरण होना चाहिए। जिस विषय से उसका लगन नहीं है तो उसे समझते हुए बेहतर मार्गदर्शन होना चाहिए। -अविनाश कुमार अवस्थी, वीएसईसी उन्नाव
  • प्रधानमंत्री को नजदीक पाकर गर्व महसूस किया। उन्होंने जिस अंदाज से तनावमुक्त रहकर हर तरह की परीक्षा में सफलता पाने के प्रेरित किया वह सदैव याद रहेगा। हालांकि सवाल करने का मौका नहीं मिला, यदि मिलता तो अवश्य पूछती कि जिस तरह परीक्षा नजदीक आने पर हम सभी छात्र-छात्रा तनाव महसूस करते हैं क्या उसी तरह चुनाव नजदीक आने पर नेता भी तनावग्रस्त होते हैं। -खुशी यादव, डीपीएस इटावा
  • प्रधानमंत्री ने एकाकी जीवन से दूर रहने का जो संदेश दिया है उसे सदैव याद रखूंगा। परीक्षा में सफलता पाने के लिए उनका मार्गदर्शन काफी प्रभावित कर गया। -शिवानंद दीक्षित, विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल इटावा
  • दिल्ली जाने से प्रधानमंत्री का तो मार्गदर्शन मिला ही साथ ही अन्य परीक्षार्थियों से भी बेहतरीन जानकारियां मिली। प्रधानमंत्री ने सभी को मंत्रमुग्ध करके उत्साह के साथ परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जो सदैव याद रहेगा। -शिवम यादव, माउंट लिटराजी स्कूल इटावा
  • पीएम अंकल ने बताया कि कैसे हम विफलताओं से सबक लेते हुए सफलता की सीढ़ी चढ़ सकते हैं। परीक्षा को उन्होंने मात्र एक पड़ाव बताया। -स्नेहा सिंह, केंद्रीय विद्यालय फतेहगढ़
  • पीएम की क्लास के बाद परीक्षा का डर कम हुआ है। परीक्षा को लेकर तनाव भी नहीं रहा है। प्रधानमंत्री को नजदीक से देखने का सपना था, वो भी पूरा हो गया।-रोहित सिंह, केंद्रीय विद्यालय फतेहगढ़
  • प्रधानमंत्री को नजदीक से देखकर गौरव की अनुभूति हुई। उनका मार्गदर्शन न केवल परीक्षा में बल्कि संपूर्ण जीवन में सहायक साबित होगा। स्वयं को तनावमुक्त रहने के तौर तरीके भी सुझाए और खेलकूद, व्यायाम व योगा करने के फायदे भी गिनाए। -शौर्य मिश्रा, फतेहपुर
  • शैक्षिक ज्ञान के साथ ही साथ व्यवहारिक सीख के लिए परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना जरूरी है, ऐसी सीख प्रधानमंत्री की क्लास से हमें मिली। पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने बच्चों के मन को टटोलने का प्रयास किया। निश्चित ही उनकी यह सभी बातें हमें जीवन में आगे बढऩे में संजीवनी साबित होंगी। -अब्दुल्ला अंसारी, फतेहपुर
  • प्रधानमंत्री से परीक्षा के पहले काफी सीख मिली। पीएम ने परीक्षा देने के लिए तनाव से दूर रहने के लिए कहा। पढ़ाई के साथ कुछ खेलकूद और मनोरंजन भी होना चाहिए। इसके लिए सिर्फ पढ़ाई नहीं बाहर की दुनिया के बारे में भी जानना जरूरी है। सोशल मीडिया की गलत लत पर सवाल पूछना चाहती थीं लेकिन मौका नहीं मिला। -गरिमा त्रिपाठी, केंद्रीय विद्यालय चित्रकूट
  • प्रधानमंत्री की बातों ने बहुत प्रेरित किया है, पढ़ाई के लिए नई दिशा मिली है। स्वयं को तनाव से मुक्त रखकर कैसे आगे बढ़ा जाता है, यह सीख मिली है। वर्तमान जिंदगी में आ रहे नए-नए बदलाव पर सवाल पूछने की तमन्ना थी लेकिन समय न होने के कारण सवाल नहीं पूछ पाया। पीएम से सोशल मीडिया में राजनीतिक, धार्मिक मुद्दों पर छात्रों को क्या करना चाहिए, सवाल का भी जवाब चाहते थे। -अजय कुमार, केंद्रीय विद्यालय
  • -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्प्रेरक और ओजस्वी उद्बोधन को सुनकर अब परीक्षा से भय नहीं लगेगा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा बताए गए अचूक मंत्र तथा विद्यार्थी किस तरह से तनावमुक्त रह कर परीक्षा की तैयारी करें एवं विफलता से भी शिक्षा पाई जाती है, आदि बहुत कुछ सीखने को मिला है।-गीतांजलि पाल, केंद्रीय विद्यालय कानपुर देहात
  • हमें हर कार्य में उत्साह के साथ प्रयास करना चाहिए। कभी भी हार नहीं मानना है। कार्यक्रम के बाद हमें परीक्षा से डर नहीं लगेगा, प्रधानमंत्रीजी के उत्साह को देख कर हम सभी में जोश आ गया है। तनाव रहित रहते हुए कड़ी मेहनत से परीक्षा देंगे। -प्रांशु मिश्रा, केंद्रीय विद्यालय कानपुर देहात
  • परीक्षा पे चर्चा के बाद अब मुझे मशीन नहीं मानव बनकर आगे तरक्की की राह तय करनी है, पीएम के उद्बोधन को सुनना ही अपने में बड़ी बात है, उनसे चर्चा करना तो और भी गर्व करने वाली बात है। -विकल्प यादव, केंद्रीय विद्यालय कानपुर देहात

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