जानिए, पिछली बार की तुलना में अकबरपुर और कानपुर में भाजपा को मिले वोटों की स्थिति
अकबरपुर में पिछले चुनाव के मुकाबले 7.83 फीसद वोट बढ़े और कानपुर में 1.4 फीसद वोट कम हुए।
कानपुर, जेएनएन। कानपुर और अकबरपुर दोनों ही संसदीय सीटों पर वोट ज्यादा पड़े लेकिन भाजपा का वोट बैंक अकबरपुर में बढ़ा तो कानपुर में कुछ कम हुआ। हालांकि कांग्र्रेस ने दोनों ही सीटों पर अपने वोट बढ़ाए। सपा और बसपा ने एक-एक सीट पर चुनाव लड़ा। उन्होंने अपनी सीट पर तो वोट बढ़ाए लेकिन दोनों सीटों को जोड़कर पार्टी के हिसाब से देखा जाए तो बसपा ने अपने वोटों में वृद्धि की है, जबकि सपा को नुकसान हुआ।
अकबरपुर संसदीय सीट पर 2014 में 9,71,488 वोट पड़े थे। इसमें भाजपा ने 49.57 फीसद वोट हासिल किए थे। इस बार यहां 10,17,320 वोट पड़े। भाजपा ने करीब एक लाख वोटों की बढ़त लेते हुए 57.40 फीसद मत प्राप्त किए। उधर, कांग्रेस ने दोनों ही सीटों पर अपना वोट बढ़ाया।
कानपुर में कांग्र्रेस ने 6.88 फीसद वोट में वृद्धि की तो अकबरपुर में यह वृद्धि 0.68 फीसद की रही। गठबंधन प्रत्याशी जिस सीट पर लड़े, उसके हिसाब से तो वोट बढ़े, लेकिन दोनों सीटों पर पड़े वोटो के हिसाब से बात की जाए तो बसपा का वोट फीसद 2014 के चुनाव में 14.18 फीसद था जो इस चुनाव में 16.45 फीसद तक पहुंच गया। मगर, सपा अपने वोटों में बढ़त नहीं बना सकी। 2014 के चुनाव में दोनों सीटों पर उसका कुल वोट 9.57 फीसद था। इस चुनाव में घटकर 2.59 फीसद रह गया।
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