यूपी चुनाव 2022: कानपुर की हर विधानसभा क्षेत्र में पुलिस टीम की कैश पर नजर, जानें- क्या हैं नियम
कानपुर की दस विधानसभा सीटों पर स्टैटिक सर्विलांस व फ्लाइंग स्क्वाड टीमों काे सक्रिय किया गया है । पुलिस आयुक्त ने अबतक मात्र सवा करोड़ की बरादमगी पर पुलिस टीम की सक्रियता पर सवाल उठा दिए हैं ।
कानपुर, जागरण संवाददाता। चुनाव में असामाजिक तत्व चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित न कर सकें, इसके लिए हर विधानसभा में स्टैटिक व फ्लाइंग स्क्वाड टीमों का गठन किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने सभी टीमों से वर्चुअली संपर्क करके उन्हें दिशा निर्देश दिए हैं। अबतक केवल एक करोड़ रुपये की बरामदगी पर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा है कि यह साबित करता है कि पुलिस सक्रिय नहीं है।
अब तक पकड़े 1.18 करोड़ रुपये : आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस ने अब तक की गई कार्रवाईयों में 1.18 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की है। इसमें से 50 लाख रुपये की बरामदगी उरई जिले के निवासी आमीन राइनी के पास से हुई थी। पुलिस आयुक्त का मानना है कि कानपुर औद्योगिक शहर है और चुनाव के समय यहां पर पैसों का आवागमन खूब होता है। पुलिस की कार्रवाई को वह इसीलिए पर्याप्त नहीं मान रहे।
चुनाव के समय ही कैश पर पहरा : पुलिस या सक्षम अधिकारी कभी भी अधिक कैश ले जाने वालों से उसके सोर्स के बारे में पूछताछ कर सकते हैं, मगर चुनाव के बाद इस मामले में कभी कार्रवाई नहीं होती।
यह है नकदी ले जाने का नियम : बगैर दस्तावेज के 50 हजार रुपये लेकर चल सकते हैं। इससे अधिक धनराशि साथ लेकर चलने पर दस्तावेजों की जरूरत होगी। 10 लाख रुपये से नीचे की धनराशि दस्तावेज के साथ पकड़े जाने पर जांच के बाद पुलिस उसे तत्काल छोड़ सकती है, जबकि इससे अधिक धनराशि होगी तो पुलिस आयकर विभाग को सूचना देगी। आयकर विभाग जांच के बाद धनराशि को रिलीज करेगा। नकदी का हिसाब किताब देने में संबंधित व्यक्ति नाकाम रहा तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा।
विधानसभावार टीमें मुस्तैद : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आर्यनगर, कल्याणपुर, गोविंदनगर, कैंट, सीसामऊ और किदवईनगर विधानसभा पूर्ण रूप से और बिठूर व महाराजपुर के आंशिक क्षेत्र कमिश्नरी में शामिल हैं। चुनाव के दौरान धन के दुरुपयोग, वोटरों को प्रभावित करने, वोट के बदले उपहार या कैश, बिना अनुमति आयोजन जैसी समस्याएं न आएं, इसके लिए हर विस में तीन स्टैटिक सर्विलांस टीमें और एक फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया गया है। हर टीम में एक दारोगा और तीन से चार सिपाही होंगे। प्रशासनिक अधिकारी भी इन टीमों के साथ होंगे। इस तरह कमिश्नरी में 24 स्टैटिक सर्विलांस और आठ फ्लाइंग स्क्वायड का गठन किया गया है।