Water Conservation Kanpur: घर-घर पोस्टर और बैनर से बता रहे पानी बचाने के तरीके
केशव मधुवन सेवा समिति ने जल सहेजने की मुहिम शुरू की है जिसके तहत केशव नगर में जल संरक्षण के लिए बैनर व पोस्टर लगाए हैं। इसमें पानी बचाने के लिए तरह तरह के उपाय दर्शाए हैं। पार्क में सुबह आने वालों को जागरूक किया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण का सहेज लो हर बूंद अभियान अब रंग लाने लगा है। लोग अब खुद पानी बचाने के साथ ही दूसरों को भी जागरूक करने लगे हैं। बैनर लगाकर आसपास के लोगों को हर बूंद का मोल बता रहे हैं। अपील की जा रही है कि घर से ही पानी बचाने की मुहिम शुरू की जाए तो रोजाना करोड़ों लीटर पानी बर्बाद होने से बच जाएगा।
केशव मधुवन सेवा समिति ने केशवनगर में बैनर लगाए हैं कि कैसे पानी को बचा सकते हैं। समिति के लोग पहले से ही जन जागृति में जुटे हैं। समिति से जुड़े जयराम दुबे, वीके दीक्षित, बीके बाजपेई, श्याम बिहारी शर्मा, पीके त्रिपाठी, सीबी मिश्रा, श्रीराम उत्तम, सुरेंद्र, यूपी सिंह, उपेंद्र सिंह सेंगर, प्रमोद शुक्ल ने केशवनगर स्थित पार्क में वर्षा जल संचयन सिस्टम लगाया है। अब उन्होंने लोगों को भी जागरूक करने की मुहिम शुरू कर दी है। समिति के पदाधिकारी बताते हैं कि क्षेत्र में हर घर में कहा गया है कि आरओ से रोज निकलने वाले अशुद्ध पानी को फेंकें नहीं बल्कि उसको एकत्र करके रोजमर्रा के कामों में प्रयोग करें। कपड़े धोने, पौधों की सिंचाई और घर की सफाई में प्रयोग किया जाए। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से ही सबमर्सिबल पंप चलाया जाए। समिति के राजेंद्र अवस्थी ने बताया कि रोज पार्क में पानी को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है। बिना पानी के जीवन अधूरा है। अभी से सभी चेत जाएंगे तो पानी की कमी नहीं रहेगी।
छोटे-छोटे उपाय से बचा सकते हैं पानी : अगर चाह है तो राह भी है, बस काम करने की इच्छाशक्ति होनी चाहिए। छोटे-छोटे उपाय करके पानी को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। बूंद-बूंद से सागर भरता है, ऐसे ही पानी बचाने से संकट खत्म हो जाएगा।
क्या कहते हैं लोग
दैनिक जागरण का यह अभियान सराहनीय है। पानी बचाने के छोटे छोटे उपाय अपने घर में करती हूं। बर्तन धोते समय भी नल को लगातार खोले रहने के बजाय अगर बाल्टी में पानी भर कर काम किया जाए तो काफी पानी बच सकता है। -टीना आहूजा, नेहरू नगर
आरओ से निकलने वाले अशुद्ध पानी को रोज बचाकर उसका प्रयोग घर के कामों में करती हूं। सभी को समझाती हूं कि जरूरत पर ही नल खोला जाए न कि पहले से नल खोलकर छोड़ दिया जाए। इससे हजारों लीटर पानी बचता है। -पारुल गुप्ता, केशवनगर