कानपुर नगर निगम कार्यकारिणी के साथ केडीए सदस्यों के भी हो सकते चुनाव, आठ साल बाद आया मौका
अगर केडीए के चुनाव होते हैं तो अाठ साल बाद नगर निगम सदन से चुनकर चार सदस्य जाएंगे। इसमें एक सदस्य को कम से कम 30 वोट चाहिए। वहीं केडीए के चार सदस्यों के चुनाव की भी तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी एजेंडे में नहीं रखा गया है।
कानपुर, जेएनएन। नगर निगम कार्यकारिणी के छह सदस्यों के चुनाव को लेकर 28 फरवरी को नगर निगम सदन बुलाया गया है। 31दिसंबर 2020 को छह सदस्य सपा के सुहैल अहमद, भाजपा के अनूप शुक्ल, अवनीश खन्ना, हरी शंकर गुप्ता और दिनेश तिवारी और कांग्रेस के अश्वनी चड्ढा का कार्यकाल खत्म हो गया है। पार्षद अश्वनी चड्ढा का निधन हो चुका है। छह सदस्यों को लेकर भाजपा, सपा अौर कांग्रेस सर्वसम्मति से चुनाव कराने में जुटे हुए हैं। हालांकि निर्दलीय पार्षद तैयार नहीं है। उनका कहना है कि एक सदस्य उनका भी रखा जाए। इसको लेकर खींचतान शुरू हो गयी है। दबदबा बनाने के लिए सपा, कांग्रेस अौर भाजपा एक दूसरे की फूट का फायदा उठाने में लग गए है। वहीं केडीए के चार सदस्यों के चुनाव की भी तैयारी की जा रही है। हालांकि अभी एजेंडे में नहीं रखा गया है। अगर केडीए के चुनाव होते हैं तो अाठ साल बाद नगर निगम सदन से चुनकर चार सदस्य जाएंगे। इसमें एक सदस्य को कम से कम 30 वोट चाहिए।
वोटरों की स्थिति
पार्षद -110 (चार वार्ड खाली पड़े)
पार्टी के पार्षद
- भाजपा - 64 (भाजपा के उपनेता निष्कासित हैं वह भी वोट नहीं डाल सकेंगे।)
- कांग्रेस - 18
- सपा - 13
- निर्दलीय -11
- बसपा - 3
- एअाइएमअाइएम- 01
पदेन सदस्य
- भाजपा - 09
- सपा - 03
- कांग्रेस - 01
- कुल वोट - 119