केडीए की जांच में हुआ बड़ा खुलासा, बिना पार्किंग बन गईं 518 व्यावसायिक इमारतें
सबसे ज्यादा बिना मानकों के निर्माण और कब्जे जोन एक व चार में हो रहे हैं। पीरोड जवाहर नगर नेहरू नगर रामबाग हीरामनपुरवा आचार्य नगर सीसामऊ बाजार स्वरूप नगर आर्य नगर जाजमऊ परेड शास्त्री नगर कौशलपुरी किदवईनगर में मानक के विपरीत निर्माण हो रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। केडीए अभियंताओं की बिल्डरों पर मेहरबानी का कच्चा चिट्ठा खुलने लगा है। केडीए की जांच में सामने आया है कि शहर की 518 व्यासायिक इमारतों (होटल, नर्सिंगहोम, स्कूल, कॉलेज व अन्य) में पार्किंग नहीं है। दस्ते पर नजर रखने के तैनात किए गए प्रभारी भी सुविधा शुल्क के चलते आंखें बंद किए हुए हैं। शहर में अवैध निर्माण व केडीए की जमीन पर कब्जा हो रहा है, पर अभियंता इसे रोकने के बजाय बिल्डरों और भूमाफिया से दोस्ती निभाने में जुटे हैं।
केडीए बोर्ड की बैठक में रखी गई 631 इमारतों की रिपोर्ट में सिर्फ 113 इमारतों में ही पार्किंग है। इस पर मंडलायुक्त डॉ. राज शेखर ने सर्वे कराके कार्रवाई करके रिपोर्ट देने को कहा है, इसके बाद भी दस्ते पर कोई असर नहीं पड़ा है। सबसे ज्यादा बिना मानकों के निर्माण और कब्जे जोन एक व चार में हो रहे हैं। पीरोड, जवाहर नगर, नेहरू नगर, रामबाग, हीरामनपुरवा, आचार्य नगर, सीसामऊ बाजार, स्वरूप नगर, आर्य नगर, जाजमऊ, परेड, शास्त्री नगर, कौशलपुरी, किदवईनगर में मानक के विपरीत निर्माण हो रहे हैं। वहीं सतबरी, सनिगवां, सजारी, जलपा नगर समेत कई जगह भूमाफिया केडीए की ही ग्राम समाज की जमीन को प्लाटिंग करके बेच रहे हैं, लेकिन दस्ते के प्रभारियों को नहीं दिखाई दे रहा है। लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए केडीए उपाध्यक्ष ने दस्ते के कई अवर अभियंताओं को हटा दिया है। अब प्रभारियों पर कार्रवाई की तैयारी है। केडीए उपाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जैसे शंकरपुर सराय में केडीए ने कब्जा लिया है, वैसे ही अन्य जगह की जमीन पर भी कब्जा वापस लिया जाएगा। बिना पार्किंग के एक भी निर्माण नहीं होने दिया जाएगा।