कानपुर में कांशीराम कोविड अस्पताल को तीसरी लहर के लिए किया जा रहा तैयार
कोरोना की तीसरी लहर सितंबर-अक्टूबर तक आने की संभावना जताई जा रही है। तीसरी लहर में कोरोना वायरस के निशाने पर बच्चे होंगे। इसकी वजह वैक्सीनेशन न होना है। बुजुर्गों से लेकर 18 वर्ष तक के युवाओं को टीका लगाया जा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण अब थम सा गया है। नए संक्रमितों की संख्या सिमटती जा रही है। इलाज के लिए बनाए गए कोविड हॉस्पिटल भी खाली होने लगे हैं। रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल के कोविड हॉस्पिटल से सभी मरीज डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। अब वहां तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू हो गई है। अस्पताल में बच्चों के इलाज के लिए 20 बेड का वार्ड बनाया जा रहा है।
कोरोना की तीसरी लहर सितंबर-अक्टूबर तक आने की संभावना जताई जा रही है। तीसरी लहर में कोरोना वायरस के निशाने पर बच्चे होंगे। इसकी वजह वैक्सीनेशन न होना है। बुजुर्गों से लेकर 18 वर्ष तक के युवाओं को टीका लगाया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि तीसरी लहर में 12 वर्ष से लेकर 17 वर्ष तक के किशोर चपेट में आएंगे, क्योंकि उनके लिए अभी तक वैक्सीन नहीं आई है। शासन इसीलिए बच्चों के इलाज का बंदोबस्त में जुटा है। कांशीराम अस्पताल के कोविड से मरीज जा चुके हैं। उसे बंद करके नॉन कोविड इलाज शुरू कराने के बजाय तीसरी लहर के लिए तैयारी शुरू करा दी है। सीएमएस डा. दिनेश सचान ने बताया कि 20 बेड का अलग वार्ड बनाया जा रहा है, जहां बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जाएगा। इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। मल्टी पैरामानीटर भी लगाया जाएगा ताकि कोरोना की तीसरी लहर आने पर उससे आसानी से निपटा जा सके, जिससे दूसरी लहर की तरह बेड की जरा सी भी कमी न हो।