हाल-ए-मौसम : उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात में बढ़ रही गलन, पड़ सकता है भीषण कोहरा
भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान और गिरने के साथ ही घना कोहरा पड़ने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। वहीं कृषि वैज्ञानिकों ने इस मौसम में फसलों की विशेष देखभाल करने की सलाह दी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। उत्तर-पश्चिमी हवाओं का असर तेज हो गया है। चार से पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पहाड़ों की बर्फीली हवाएं मैदानी इलाकों में असर दिखा रही हैं। इसके चलते शीतलहर के साथ ही रात में गलन भी बढ़ने लगी है और सुबह नदियों के आसपास कोहरा पड़ रहा है।
भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान और गिरने के साथ ही घना कोहरा पड़ने की संभावना जताते हुए अलर्ट जारी किया है। कृषि वैज्ञानिकों ने इस मौसम में फसलों की विशेष देखभाल के साथ ही खरपतवार नाशी, कीटनाशी व रोगनाशी दवाओं का छिड़काव करने की सलाह दी है। सीएसए विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने के बाद अब उत्तर पश्चिमी हवाओं का असर तेज हो रहा है। तीन दिन पहले तक अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आ रही उत्तर-पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी नम हवाओं के कारण यूपी में हवाओं का संगम क्षेत्र बन गया था।
इसके चलते आसमान पर घने बादल छाए और बारिश हुई। सोमवार से अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से हवाओं का आना बंद हो गया है। बर्फीली हवाएं गंगा बेसिन से होकर मैदानी इलाकों तक पहुंच रही है और इन क्षेत्रों में सर्दी बढ़ा रही हैं। डा. पांडेय ने बताया कि मौसम विभाग ने फरवरी की शुरुआत होने तक रोजाना सुबह कोहरा पड़ने और न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना जताई है। इससे रात में गलन और ठिठुरन बढ़ सकती है। दिन में सूरज की रोशनी तेज होने से लोगों को गुनगुनी धूप का अहसास होगा, लेकिन ऐसे मौसम में भी लोग गरम कपड़े पहनकर ही घरों से निकलें। जरा सी लापरवाही से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।