कानपुर में क्रासिंगों पर जाम रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस करेगी कसरत, लगेंगे हिडेन कैमरे
कानपुर को जाम मुक्त बनाने के लिए पहले चरण में जरीब चौकी रावतपुर व कल्याणपुर में नई व्यवस्था के तहत ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की जाएगी। यहां पर हिडेन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और यातायात नियमों को तोडऩे वालों का चालान किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। बगिया क्रासिंग रेलवे फाटक पर जाम में फंसकर जान गंवाने वाले बैंक मैनेजर बाबूराम गौड़ के साथ जैसा हुआ वैसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए पुलिस ने तीन प्रमुख क्रासिंग पर नई व्यवस्था के तहत कामकाज करेगी। यहां डिवाइडर बनने में वक्त लगेगा, लेकिन पुलिस हिडेन सीसीटीवी कैमरे लगा देगी। इनकी मदद से यातायात नियम तोडऩे वालों का चालान होगा।
जीटी रोड के समानांतर चलने वाली रेलवे लाइन की वजह से शहर दो भागों में बंटा है। नरेंद्र मोहन सेतु को छोड़ दें तो अनवरगंज से आइआइटी तक पडऩे वाली 14 रेलवे क्रासिंगों पर कहीं भी ओवरब्रिज नहीं है। ऐसे में क्रासिंग बंद होने पर दोनों ओर लंबा जाम लग जाता है। इसमें फंसकर कई लोगों की जान भी जा चुकी है। पिछले दिनों बैंक मैनेजर बाबूराम गौड़ की भी बगिया क्रासिंग पर लगे जाम में फंसकर मौत हो गई थी। दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद कमिश्नरेट और रेलवे पुलिस ने साथ मिलकर समस्या निस्तारण के प्रयास शुरू किए थे।
पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने आदेश दिया था पुलिस और रेलवे मिलकर सभी रेलवे क्रासिंग पर डिवाइडर बनाएगा, ताकि पूरी सड़क को घेरकर खड़े होने वाले वाहनों को नियंत्रित किया जाए। इससे फाटक खुलने पर लोग आसानी से गुजर सकेंगे। अगर कोई एंबुलेंस और मरीज ले जाने वाले आते हैं तो वह इमरजेंसी में खाली पड़ी लेन का उपयोग कर सकते हैं और उन्हें ही पहले निकाला जाएगा। व्यवस्था की निगरानी के लिए क्रासिंग के दोनों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि उन्होंने जीटी रोड पर स्थित रेलवे क्रासिंगों का निरीक्षण किया है। जरीब चौकी, रावतपुर और कल्याणपुर तीन स्थान ऐसे हैं, जहां भयंकर जाम लगता है। जरीब चौकी और रावतपुर में पहले से डिवाइडर बना हुआ है। यहां सोमवार से ही अस्थाई हिडेन कैमरे लगवाकर यातायात नियंत्रित किया जाएगा।
रावतपुर क्रासिंग पर रेलवे का पोल बना रहा बाधा : रावतपुर क्रासिंग पर सर्वोदय नगर की ओर जल निगम के बने टैंक से यातायात में बाधा पहुंचती थी, जिसे पिछले दिनों तोड़ दिया गया था। हालांकि अभी भी यहां रेलवे का एक पोल लगा है जिसे यातायात संचालन में बाधा पहुंचती है। यातायात पुलिस ने कई बार इसे हटवाने का अनुरोध किया, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।