खतरों से भरा है रास्ता, ई रिक्शा पलटा और यात्री का हाथ टूटा, डीसीपी ट्रैफिक का सेतु निगम को पत्र
डीसीपी ट्रैफिक ने सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर को पत्र भेजकर कहा है कि छावनी क्षेत्र की सड़क पर गड्ढे होने से राहगीर रोजाना गिरकर चुटहिल होते हैं । बदहल हो चुकी सड़क को जल्द बनवाया जाए ।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शुक्लागंज से शहर को जोडऩे वाली छावनी क्षेत्र की एकमात्र सड़क है। इस पर ओवरब्रिज का निर्माण होने के कारण पूरी सड़क पर गड्ढे हैं और रास्ता बेहद संकरा हो गया है। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। लिहाजा ओवरब्रिज की सर्विस लेन को जल्द ठीक कराएं, ताकि त्योहारी सीजन में लोगों को दिक्कत न हो। डीसीपी ट्रैफिक बीबीजीटीएस मूर्ति ने रविवार को सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर को पत्र भेजकर यह आग्रह किया है। सेतु निगम के अधिकारियों ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया है।
शुक्लागंज की तरफ से रोज करीब दो लाख लोग शहर आते हैं। पुराना पुल बंद होने के कारण गंगा के नए पुल से आने का एकमात्र रास्ता है, लेकिन पुल से शहर की ओर छावनी क्षेत्र की सवा सौ मीटर सड़क बेहद जर्जर हो चुकी है। ओवरब्रिज का निर्माण होने से रास्ता खतरों से भरा है। रोजाना यहां भीषण जाम भी लग रहा है। शनिवार को ही एक ई रिक्शा पलटने से यात्री का हाथ टूट गया था और एक महिला भी चुटहिल हो गई थीं। राहगीर ट्वीट करके सरकार से शिकायत भी कर रहे हैं, लेकिन ओवरब्रिज का निर्माण करा रहे सेतु निगम के अफसरों के कानों पर जूं नहीं रेंग रही। इन हालात को देखते हुए डीसीपी ट्रैफिक ने शनिवार को सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर केएन ओझा को पत्र भेजा। डीसीपी ने बताया कि ओवरब्रिज बनाने से पहले राहगीरों के लिए जरूरी सर्विस लेन को दुरुस्त कराया जाना चाहिए, लेकिन ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर को पत्र भेजकर जनहित में सर्विस लेन की सड़क बनाने के लिए कहा गया है।
पैसे बचाने के लिए नहीं बनाई जा रही सवा सौ मीटर सड़क
कैंट में गोलाघाट में रहने वाले लोग भी ओवरब्रिज बनवा रहे ठेकेदार की मनमानी से तंग आ चुके हैं। स्थानीय निवासी राहुल कुमार ने कहा कि ठेकेदार पैसे बचाने के लिए जानबूझकर सर्विस लेन ठीक नहीं करा रहा। ओवरब्रिज बनने के बाद उन्हें सड़क बनानी ही पड़ेगी। शायद इसी वजह से वह पहले सड़क बनाना नहीं चाहते।
-ओवरब्रिज निर्माण क्षेत्र में पानी की एक पाइपलाइन टूटी है, जिससे सड़क पर पानी भर रहा है। कैंट बोर्ड के अधिकारियों से वार्ता कर उसे ठीक कराने के लिए कहा गया था, पर उन्होंने ध्यान नहीं दिया। पूर्व में सड़क बनवाई गई थी, लेकिन पानी भर जाने से खराब हो गई है। अगर लखनऊ जाने वाले वाहनों को जाजमऊ की ओर डायवर्ट कर दिया जाए तो ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। सड़क जल्द ठीक कराने की कोशिश की जा रही है। स्टेटस क्लब के पास नाली को बंद करके साइड लेन तैयार की जा रही है। -केएन ओझा, प्रोजेक्ट मैनेजर सेतु निगम