कानपुर सुनील हत्याकांड : पूर्व सपा विधायक की शह पर दबंग बन बैठा विपिन, पुलिस की जांच में सामने आए कई राज
भैरव घाट पर दोस्त को गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस की छानबीन में विपिन निगम के बारे में कई बाते सामने आई हैं। पुलिस की जांच विपिन के राजनीतिक रिश्तों के बारे में पता चला है। साथ ही विपिन की दबंगई के किस्से भी पता चलें हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता। भैरो घाट पर दोस्त को गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाले विपिन निगम के बारे में पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। वह सपा के एक पूर्व विधायक का करीबी रिश्तेदार है। सपा शासन काल में पूरे इलाके में उसकी दबंगई चलती थी। आए दिन मारपीट की घटनाएं सामने आती रहीं। बताया जा रहा है कि वारदात वाली रात भी उसने क्षेत्र में कई लोगों से मारपीट की थी। वहीं पुलिस ने मृतक पक्ष के उन आरोपों का खंडन किया है, जिसमें बाहरी व्यक्ति द्वारा मुकदमा दर्ज कराने पर सवाल खड़े किए गए थे।
पत्नी पर अश्लील टिप्पणी से गुस्साए जुही निवासी विपिन निगम ने शनिवार रात करीब साढ़े तीन बजे अपने दोस्त प्रापर्टी डीलर सुनील सिंह को भैरो घाट पर गोली मार दी थी। हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए उसे गंगा में बहा दिया। गोली की आवाज सुनकर श्मशान घाट पर काम कर रहे तीन युवकों ने आरोपित विपिन को मौके पर दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। कोहना पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपित को पकडऩे वाले संतोष मिश्रा की तहरीर पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपित विपिन को जेल भेज दिया।
पुलिस से शिकायत करने में भी डरते लोग
इधर पुलिस की जांच में सामने आया है कि विपिन सपा के एक पूर्व विधायक का करीबी रिश्तेदार है। सपा विधायक की शह पर वह क्षेत्र में दबंगई करता है। शनिवार की शाम भी उसने शराब पीने के बाद मोहल्ले के ही दो लोगों की पिटाई कर दी थी। आरोपित की दबंगई इतनी थी कि कोई पुलिस के पास शिकायत करने की हिम्मत तक नहीं जुटाता था।
पैसे न लौटाने पड़ें, इसलिए मार डाला
आरोप है कि विपिन ने सुनील से 26.5 लाख रुपया लिया था। पैसे लौटाने न पड़ें, इसलिए हत्या कर दी। सुनील पक्ष के लोगों का दावा है कि पत्नी पर अश्लील टिप्पणी का आरोप महज बहाना है, बल्कि पैसों के लेनदेन पर ही यह हत्या हुई।
मुकदमा दर्ज कराने से कतरा रहे थे मृतक पक्ष के रिश्तेदार
थाना प्रभारी कोहना रजनेश कुमार तिवारी ने बताया कि रिश्तेदार रिपोर्ट दर्ज करने में जल्दबाजी पर सवाल उठा रहे हैं। घटना के बाद उन्हें तत्काल फोन करके बुलाया गया, मगर घटनास्थल पर कोई नहीं पहुंचा। बाद में पुलिस ने जब संपर्क किया तो फोन बंद कर लिया। रिश्तेदार सीधे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। चूंकि आरोपित पकड़ा गया था और पोस्टमार्टम भी कराना था, ऐसे में पुलिस की मजबूरी थी कि उस युवक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करते, जिसने आरोपित को पकड़ा था।
गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार
दोस्त के हाथों मारे गए प्रापर्टी डीलर सुनील सिंह मूल रूप से सुलतानपुर के मेहरूबा गांव के रहने वाले थे। मृतक के भतीजे शुभम सिंह ने बताया कि गांव पहुंचने में देर हो गई थी, इसलिए सोमवार को अंतिम संस्कार हुआ। सुनील का अपनी पत्नी से तलाक हो गया है, जबकि माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। शुभम ने बताया कि दो दिन बाद वह कानपुर आएंगे, तब अपनी ओर से तहरीर देंगे। अभी पुलिस ने विपिन को पकडऩे वाले की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।
भतीजे ने पूछा कहां है चाचा का मोबाइल
सुनील हत्याकांड में एक बड़े साक्ष्य को लेकर पुलिस अभी भी गंभीर नहीं है। मृतक सुनील के भतीजे शुभम ने बताया कि उनके चाचा के पास एक मोबाइल था। वह मोबाइल बरामद नहीं हुआ है। उस मोबाइल में कई और राज दफन होंगे। उन्हें शक है कि आरोपित ने हत्या के बाद मोबाइल कहीं छिपा दिया।
रात 3.50 बजे के बाद हुई हत्या
पुलिस के मुताबिक हत्या करीब साढ़े तीन बजे हुई। जबकि सुनील के भतीजे शुभम ने बताया कि चाचा ने रात 3.50 बजे पर फोन किया था। उन्होंने कहा था कि उनके हिस्से के 26.5 लाख रुपये को हड़पने की कोशिश हो रही है। अगर उन्हें कुछ होता है कि विपिन निगम के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कराना। इसके बाद उन लोगों ने दो बार फोन मिलाया तो दूसरी ओर से फोन काट दिया गया। तीसरी बार फोन स्विच आफ हो गया।