कटरी से जुड़ी फाइलें सहेज रहा राजस्व विभाग, थाना प्रभारियों से डीआइजी ने जाने हालात
कानपुर में गंगा कटरी की भूमि पर कब्जा करके अवैध प्लाटिंग की जांच के लिए एसआइटी गठन के बाद राजस्व विभाग भी दस्तावेज जुटाने के लिए सक्रिय हो गया है। वहीं पुलिस महकमा भी कार्रवाई का ब्योरा जुटाने लगा है।
कानपुर, जेएनएन। कटरी शंकरपुर सराय, लोधवाखेड़ा आदि गांवों में स्थित ग्राम समाज, केडीए और किसानों की भूमि पर अवैध रूप से हुई प्लाटिंग की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने एसआइटी जांच के आदेश दिए हैं। अब अपर मुख्य सचिव राजस्व को एसआइटी टीम का गठन करना है। इस संबंध में जल्द ही आदेश जारी हो जाएगा। ऐसे में राजस्व विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। कटरी में गिराए गए कब्जे, पूर्व में हुई जांच, पैमाइश, दोषियों पर कार्रवाई आदि के विवरण से जुड़े अभिलेख और फाइलें सहेजी जा रही हैं, ताकि एसआइटी को फाइलें उपलब्ध कराईं जा सकें।
गंगा बैराज से शुक्लागंज के बीच तकरीबन 708.770 हेक्टेयर सरकारी भूमि है। यहां भू माफिया और कई बिल्डरों ने प्लाङ्क्षटग कर भूखंड बेच दिए थे। विधायक भगवती सागर की शिकायत पर जांच के आदेश कई बार हुए, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। अब चूंकि एसआइटी का गठन होने जा रहा है ऐसे में अफसर परेशान हैं क्योंकि इस मामले में उनके अपने ही नपेंगे।
उन्हें भी यह बताना होगा कि अब तक शिकायतों का संज्ञान क्यों नहीं लिया। अब राजस्व विभाग पूर्व में हुई जांच, पिछले वर्षों में तोड़े गए अवैध निर्माण, पट्टे पर दी गई भूमि पर कब्जे दिलाने से जुड़ी कार्रवाई की पत्रावलियां निकाल रहा है। इसके साथ ही पूर्व में जिन किसानों की ओर से की गई कब्जे की शिकायत पर कार्रवाई हुई थी, उसका विवरण भी जुटाया जा रहा है।
सिंचाई विभाग को बताना होगा कैसे बनी रैंप
बैराज से शुक्लागंज की ओर जाने वाले बंधे पर कई जगह अवैध तरीके से रैंप बना ली गई थी। यह कैंसे बनीं और अधिशाषी अभियंता ने इन्हें तोड़ा क्यों नहीं इसकी जवाब सिंचाई विभाग को देना होगा।
डीआइजी ने थाना प्रभारियों से जाने हालात
कटरी में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर गठित एसआइटी जांच को लेकर स्थानीय पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। डीआइजी ने बताया कि कटरी में सरकारी जमीन पर कब्जे के मामले में शासन ने एसआइटी जांच के आदेश दिए हैं। इस संबंध में सोमवार को उन्होंने नवाबगंज, कोहना, ग्वालटोली, बिठूर, कैंट और कोतवाली थाना क्षेत्र के प्रभारियों के साथ बैठक की।
सभी को एसआइटी की जांच में सहयोग के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कटरी से जुड़े भूमि विवाद और भू माफिया की सूची तैयार करने को कहा गया है। इसके अलावा कटरी में जमीन संबंधी पुराने मामले अगर दर्ज हैं तो उनका भी ब्योरा एकत्र करने को कहा है। सभी से कहा गया है कि उनके क्षेत्र के कटरी में ऐसी कोई भी सरकारी जमीन हो, जिस पर कब्जा हो तो उसके बारे में जानकारी उपलब्ध कराएं।
कटरी के एक और भूमाफिया पर शिकंजा कसने की तैयारी
कटरी जमीन के मामले में एसआइटी जांच शुरू हो गई है। इस मामले में जांच के दौरान एक नया नाम सामने आया है, जो कि रामदास का साथी है। इसके खिलाफ भी ढेरों मुकदमे हैं। पुलिस इस भूमाफिया की कुंडली भी खंगाल रही है। डीआइजी ने बताया कि इस अपराधी के खिलाफ तीस मुकदमे दर्ज हैं और ग्वालटोली थाने में 61ए नंबर से हिस्ट्रीशीट भी खुली है। ग्वालटोली पुलिस से इस अपराधी के बारे में जानकारियां जुटाने को कहा गया है।