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कानपुर के बैंक मैनेजर की हत्या में मकान मालिक पर शक, कई बातें जो कर रही साजिश की ओर इशारा

कानपुर के चकेरी में रहने वाले बैंक मैनेजर की रायबरेली में हत्या के मामले में स्वजन ने मकान मालिक पर शक जताया है और प्लाट के लिए एडवांस रुपयों को लेकर आरोप लगाया है। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 14 Jan 2022 03:57 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 03:57 PM (IST)
कानपुर के बैंक मैनेजर की हत्या में मकान मालिक पर शक, कई बातें जो कर रही साजिश की ओर इशारा
कानपुर के बैंक मैनेजर की हत्या बनी रहस्य।

कानपुर, जागरण संवाददाता। रायबरेली में हुई बैंक मैनेजर की हत्या के मामले में स्वजन प्लाट का विवाद बता रहे हैं और मकान मालिक समेत एक अन्य पर आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन कई बातें स्वजन के शक को पुख्ता कर रहे हैं। प्लाट के लिए एडवांस रुपये देना और प्लाट की रजिस्ट्री मकान मालिक के नाम न होने समेत कई बिंदुओं के चलते वारदात एक सुनियोजित साजिश प्रतीत हो रही है।

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प्लाट के लिए मकान मालिक को दिए थे एडवांस : चकेरी के भवानी नगर निवासी जयप्रकाश पाल रायबरेली में बैंक आफ बड़ौदा में मैनेजर थे और वहीं मिल एरिया में विपिन कुमार के मकान में रहते थे। पिता रामप्रकाश ने बताया कि बेटा मकान मालिक के जान पहचान के एक शख्स से लखनऊ रायबरेली रोड पर स्थित 209 वर्गमीटर के एक प्लाट खरीद रहा था, जिसके लिए बेटे ने कुछ रुपये एडवांस भी दे रखे थे। बेटे को पता चला कि उन्हें प्लाट बेचने वाले शख्स ने अभी अपनी रजिस्ट्री नहीं करवाई है, जिस कारण वह अभी रजिस्ट्री नहीं कर सकता, जिस पर बेटे ने उससे रुपये वापस मांगे थे। उक्त रकम वापस करने के लिए वह टरका रहा था।

मकान मालिक को पता ही नहीं चला : स्वजन का आरोप है कि वहीं मकान मालिक के घर से मात्र 20 से 25 फिट दूर बेटे की हत्या की गई है। बावजूद इसके मकान मालिक को रातभर घटना की जानकारी नहीं हुई। घटनास्थल पर मकान मालिक गोदाम में लगे सीसीटीवी कैमरे में वारदात कैद नहीं हुई। मकान मालिक द्वारा बताया जा रहा है कि उनका सीसीटीवी कैमरा खराब है जिस कारण परिवार के लोगों को आशंका है कि जमीन के विवाद में जय प्रकाश की हत्या की गई है। फिलहाल पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। जय प्रकाश के शव का अंतिम संस्कार सिद्धनाथ घाट में किया गया। बड़े भाई सत्य प्रकाश ने मुखाग्नि दी।

सुनियोजित थी हत्या : बैंक मैनेजर की हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी। हत्या को भाड़े के बदमाशों ने अंजाम दिया है। हत्यारोपित मात्र पांच मिनट में हत्या को अंजाम देकर भाग निकले। पांच गोलियां चलने के बाद भी चंद कदम की दूरी पर रहने वाले मकान मालिक को जानकारी नहीं होना एक सोची समझी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।

सीसीटीवी फुटेज खोल सकता राज : रायबरेली में घटनास्थल के पास एक घर में लगे सीसीटीवी में जय प्रकाश मंगलवार रात को 8 बजकर 34 मिनट पर घर के पास कार से आते हुए दिखाई दिए है। जैसे ही उनकी कार घर की तरफ चली पहले से ही खडी एक बाइक उनके पीछे जाती हुई दिखाई दी जिसमें दो लोग बैठे थे। बाइक की नंबर प्लेट में नंबर नहीं लिखा हुआ था। साथ ही बाइक सवारों ने अपना चेहरा कपड़े से ढका हुआ था। घर पहुंचने के बाद जय प्रकाश ने कार के अंदर ही करीब दो से तीन मिनट बात की। जैसे ही वह कार से बाहर निकले 8 बजकर 39 मिनट पर एक आरोपित पहली गोली चलाता हुआ दिखा है।

इसके बाद आरोपित ने बैंक मैनेजर के पास जाकर चार गोलियां मारी। घटनास्थल के आगे रास्ता बंद होने के कारण वारदात को अंजाम देकर आरोपित उसी रास्ते से 8 बजकर 44 मिनट पर भागते हुए नजर आए हैं। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार वारदात को अंजाम देकर भाग रहा आरोपित हल्का से लंगड़ा रहा था। सीसीटीवी में कैद फुटेज के अनुसार पांच मिनट में वारदात को अंजाम दिया गया है। जिससे यह पक्का है कि वारदात को भाड़े के हत्यारों ने अंजाम दिया है।


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