साइबर हैकर तक पहुंचने के लिए कानपुर पुलिस तैयार कर रही Experts, शुरू हो गई ट्रेनिंग
कानपुर में साइबर सेल के जवानों को सात दिवसीय प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है जिसमें साइबर अपराध और अपराधियों के बारे में बताया जा रहा है। डीसीपी क्राइम ने जोनवार साइबर एक्सपट्र्स बनाने की बात कही है। जल्द ही जोन वार साइबर सेल बनाई जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। लोगों के खातों से उनकी मेहनत की कमाई चंद मिनटों में उड़ाने वाले साइबर अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस और ज्यादा हाईटेक हो रही है। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने साइबर सेल के जवानों को सात दिन का प्रशिक्षण दिलाया है। इसमें साइबर अपराधों से संबंधित कानून, वेबसाइट, आर्थिक अपराध और इंटरनेट मीडिया पर होने वाले अपराधों में आरोपितों को ट्रेस करने के गुर सिखाए गए।
प्रशिक्षण में सभी थानों से साइबर अपराध की विवेचना करने वाले पुलिस कर्मियों को भी बुलाया गया था। सात दिन तक रोजाना दो घंटे प्रशिक्षण में जवानों को साइबर अपराधियों तक पहुंचने की बारीकियां सिखाई गईं। बताया गया कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब, वाट्सएप, ई-मेल और मैसेज के जरिए शिकार बना रहे अपराधी की लोकेशन और नाम, पते की जानकारी कैसे हासिल की जा सकती है। यूपी पुलिस मुख्यालय की साइबर सेल से आए ट्रेनर चंद्रशेखर और मान सिंह ने बताया कि साइबर अपराध उतनी तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, जितनी तेजी के साथ लोग मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग अपनी जानकारी इंटरनेट साइट्स पर या किसी भी अनजान व्यक्ति से शेयर न करें। साइबर क्राइम थाने के ट्रेनर राहुल और गौरव ने एटीएम क्लोनिंग, कार्ड स्वैपिंग, सिमकार्ड स्वैपिंग, आर्थिक अपराधों के बारे में जानकारी दी। डीसीपी ने कहा कि जल्द ही जोन वार साइबर सेल बनाई जाएगी। ताकि शिकायतों की जांचें तेजी हो सकें।
इन बातों की जानकारी दी
-साइबर अपराध संबंधित कानून व धाराएं
-साइबर अपराध के प्रकार व तरीके
-इंटरनेट मीडिया संबंधी होने वाले अपराध
-वेबसाइट से संबंधित जानकारी
-आर्थिक साइबर अपराध की जांच
इन विषयों पर कुशलता की जरूरत
-अपराध की पहचान करना व संबंधित को सूचना देना
-आर्थिक अपराध संबंधित शिकायतों की समय से जांच
-साइबर अपराधी को ट्रेस करना व आवश्यक कार्यवाही करना
-विवेचना में सहयोग करना
साइबर फ्राड का शिकार होने पर यह करें
-बैंक को तुरंत फोन करके स्टाप पेमेंट कराएं
-संबधित बैंक व हेल्पलाइन नंबर फोन पर सेव रखें
-पुलिस की साइबर सेल को सूचित करें
-संबधित थाने में मुकदमा दर्ज कराएं
-वाट्सएप नंबर 9305104391 पर शिकायत करें