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Bank Fraud Case: एचडीएफसी बैंक लखनऊ का क्षेत्रीय प्रबंधक गिरफ्तार, अनवरगंज थाने में दर्ज था मुकदमा

एचडीएफसी बैंक लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक समेत छह लोगों के खिलाफ अनवरगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस ने आरोपित प्रबंधक को गिरफ्तार करने के बाद सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी। अब बाकी आरोपितों की तलाश शुरू हो गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 10:42 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 10:42 AM (IST)
Bank Fraud Case: एचडीएफसी बैंक लखनऊ का क्षेत्रीय प्रबंधक गिरफ्तार, अनवरगंज थाने में दर्ज था मुकदमा
कानपुर की र्डओडब्ल्यू टीम ने कार्रवाई की है।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर की आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एचडीएफसी बैंक लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक वैभव श्रीवास्तव को रविवार शाम उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उसके समेत छह लोगों के खिलाफ कानपुर के अनवरगंज थाने में मुकदमा दर्ज है। मामले में ईओडब्ल्यू ने जांच के बाद बैंक प्रबंधक को गिरफ्तार करके अन्य आराेपितों की तलाश शुरू की है।

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कानपुर पुलिस ने अनवरगंज स्थित बैंक आफ बड़ौदा शाखा से वर्ष 2009 में फर्जी दस्तावेजों के सहारे 4.24 लाख का कार लोन हड़पने के आरोप में एचडीएफसी बैंक लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। ईओडब्ल्यू के एसपी बाबूराम ने बताया कि वर्ष 2009 में काकादेव स्थित गोपाला टावर के पास रहने वाले सचिन कुमार ने खुद को एक स्कूल का मालिक बताते हुए टाटा इंडिका कार फाइनेंस कराने के लिए लोन की इ'छा जाहिर की थी। बताया था कि गुजैनी निवासी अवधेश कुमार पांडेय गारंटी लेने के लिए तैयार हैं। इसके बाद लोन दस्तावेज तैयार कराकर बैंक को सौंपे। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद बैंक ने लोन की राशि के हिसाब से आटो डीलर फर्म के नाम 4.24 लाख रुपये का चेक जारी किया।

आरोपितों ने गोविंदनगर स्थित एचडीएफसी बैंक में चेक लगाकर लोन की रकम हासिल कर ली। लोन की किस्तें जमा न होने पर बैंक ने जांच कराई तो पता लगा कि सचिन व अवधेश ने साथी मनोज सिंह व अन्य के साथ मिलकर फर्जी तरीके से लोन जारी कराया था। इसके लिए फर्जी सेल इनवाइस लगाई गई। डीलर फर्म बताए गए पते पर ही नहीं थी और न ही उससे कोई वाहन खरीदा गया। इसके बाद वर्ष 2011 में बैंक आफ बड़ौदा के प्रबंधक इंद्रपाल सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था।

एसपी बाबूराम ने बताया कि जांच में लोन जारी करते समय एचडीएफसी बैंक के प्रबंधक रहे वैभव श्रीवास्तव की मिलीभगत सामने आई। उसने फर्जी खाते खुलवाकर भुगतान कराया था। इस समय वैभव क्षेत्रीय प्रबंधक है। साथ ही रामनाथ मेहरोत्रा व राकेश द्विवेदी का नाम भी प्रकाश में आया है। शासन से अनुमति मिलने के बाद रविवार को टीम भेजकर आरोपित वैभव श्रीवास्तव को लखनऊ में गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपितों की तलाश की जा रही है।


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