कानपुर पुलिस को ऑनलाइन फ्रॉड केस में मिली सफलता, हाथ लगी भरतपुर गैंग की कड़ी
कानपुर में कई ऑनलाइन साइट के जरिए लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाने वाले गिरोह का पता लगाने में कानपुर पुलिस को सफलता मिली है। सटीक सुराग हाथ आने पर पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में इन दिनों ऑनलाइन फ्राड की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। शातिर कभी कैमरा तो कभी स्कूटी बेचने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। कुछ समय पहले इन वारदातों में भरतपुर के गैंग के सक्रिय होने की जानकारी चकेरी में पकड़े गए एटीएम हैकरों से हुई थी। पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से इनकी धरपकड़ के लिए जाल बिछाया था, लेकिन शातिर ठग गिरोह हत्थे नहीं चढ़ सका। हालांकि अब गैंग की एक कड़ी पुलिस के हाथ लगी है। अलवर से तीन संदिग्धों को उठाकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
ओएलएक्स समेत अन्य साइट््स पर ऑनलाइन फ्राड करने में सक्रिय भरतपुर गिरोह पर पुलिस पहले से निगाह गड़ाए थी। पुलिस को कुछ समय पहले चकेरी में पकड़े गए एटीएम हैकर गैंग से भरतपुर के गिरोह के कुछ नंबर मिले थे। पुलिस को भरतपुर और मथुरा बार्डर के एक गांव के आसपास लोकेशन मिल रही थी। टीम ने छापेमारी करके तीन संदिग्धों को पकड़ा और शहर लाकर पूछताछ शुरू की है।
लोकेशन ट्रेस करके बर्रा थाने पहुंची अलवर पुलिस
उठाए गए तीनों युवक दोस्त हैं। अलवर के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र से 23 मार्च को तीनों लापता हुए थे। स्वजन ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तीनों युवकों की मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए गोविंदगढ़ थाने के एसआइ राजेंद्र शर्मा फोर्स संग बर्रा थाने पहुंचे। पूछताछ में ऑनलाइन फ्राड के मामले में उठाए जाने की जानकारी हुई।
- तीन संदिग्धों को पकड़ा गया है। उनसे माल बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक हुई पूछताछ में शातिरों ने कई वारदातें कबूली हैं। जल्द मामले का राजफाश किया जाएगा। -दीपक भूकर, एसपी साउथ