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कानपुर : पहले चरण में सचेंडी से उन्नाव तक बनेगी रिंग रोड, जीटी रोड से हाईवे को जोड़ेगा

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की चेयरपर्सन ने कानपुर सचेंडी से उन्नाव तक रिंग रोड के पहले चरण के अलाइनमेंट की रिपोर्ट मांगी है। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे के बनने तक रिंग रोड का पहला चरण बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Mon, 03 Jan 2022 10:59 AM (IST)Updated: Mon, 03 Jan 2022 10:59 AM (IST)
कानपुर : पहले चरण में सचेंडी से उन्नाव तक बनेगी रिंग रोड, जीटी रोड से हाईवे को जोड़ेगा
कानपुर में रिंग रोड बनाने की तैयारियां तेज।

कानपुर, [दिग्विजय सिंह]। 93 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड अब पांच चरण की जगह चार चरण में बनेगी। पहले चरण में मंधना से सचेंडी तक रिंग रोड बननी थी। पांचवें चरण में मंधना से उन्नाव के आटा तक निर्माण होना था, लेकिन अब तय किया गया है कि सचेंडी से आटा तक पहले चरण में ही इसे बनाया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की चेयरपर्सन अलका उपाध्याय ने परियोजना निदेशक से सचेंडी से आटा तक के अलाइनमेंट को भेजने के लिए कहा है। अब अगले हफ्ते कंसलटेंट इस अलाइनमेंट को भेजेगा। एनएचएआइ चेयरपर्सन की ओर से अलाइनमेंट को मंजूरी मिलते ही भूमि अधिग्रहण के लिए भूमि की अधिसूचना जारी कराई जाएगी। कोशिश है कि कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे के साथ ही रिंग रोड भी बन जाए ताकि झांसी और इटावा हाईवे और जीटी रोड सीधे इस एक्सप्रेस वे से जुड़ जाएं।

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आउटर रिंग रोड की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट साईं कंसलटेंट बना रहा है। कंपनी ने 93 किलोमीटर लंबे आउटर रिंग रोड का अलाइनमेंट बन गया है। रिंग रोड मंधना के समीप रामनगर गांव से जीटी रोड से शुरू होकर सचेंडी के पास इटावा हाईवे से जुड़ेगी। वहां से रमईपुर के पास कानपुर-हमीरपुर हाईवे को क्रास कर रूमा के पास कानपुर-प्रयागराज हाईवे और वहां से उन्नाव के आटा के पास लखनऊ हाईवे और फिर वहां से रामनगर आकर जीटी रोड से जुड़ जाएगी। इस तरह एक हाईवे को दूसरे को जोडऩे के लिए पांच चरण में काम होना था। इसीलिए सचेंडी से मंधना तक पहले चरण में काम होना था, लेकिन अब तय किया गया है कि पहले चरण में ही सचेंडी से मंधना होते हुए आटा तक निर्माण किया जाए।

फोर लेन रिंग रोड बननी है, बाद में इसका विस्तार छह लेन तक हो सकेगा। अब कंसलटेंट गांवों की सूची के साथ अलाइनमेंट को मंजूरी के लिए भेजेगा। चेयरपर्सन की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में मंजूरी के साथ ही अधिसूचना जारी हो जाएगी। इस रिंग रोड को प्रयागराज-मेरठ एक्सप्रेस वे और कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे से भी जोड़ा जाएगा। चेयरपर्सन को भेजने से पहले उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति की बैठक होगी और अलाइनमेंट को मंडलायुक्त डा. राजशेखर के समक्ष रखा जाएगा।

सचेंडी-रमईपुर दूसरे चरण में जुड़ेगा : सचेंडी से रमईपुर तक दूसरे चरण में रिंग रोड बनेगा। कानपुर-इटावा हाईवे के सचेंडी से कानपुर-हमीरपुर हाईवे के रमईपुर तक दूसरे चरण में रिंग रोड का काम होगा। हालांकि आटा से सचेंडी तक रिंग रोड बन जाएगी तो भी लखनऊ की ओर से आने वाले वाहन आसानी से रमईपुर पहुंच जाएंगे, क्योंकि सचेंडी से बिधनू तक नहर पटरी पर टू लेन सड़क बनी हुई है। रमईपुर से सचेंडी होते हुए भाऊपुर तक एक और टू लेन सड़क बनने जा रही है।

एक नजर में रिंग रोड

190 गांवों की भूमि 93 किलोमीटर रिंग रोड के लिए ली जाएगी

560 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है प्रोजेक्ट के लिए

2609.06 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर खर्च होना है।

2573.31 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर खर्च होना है।


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