कानपुर वकील हत्याकांड: एक कदम आगे पहुंची पुलिस की जांच, मास्टर माइंड के दो अधिवक्ता भी रडार पर
नवाबगंज में हुई अधिवक्ता राजाराम वर्मा की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस की जांच एक कदम और आगे जा पहुंची है। इस मामले में पुलिस मास्टरमाइंड प्रापर्टी डीलर राम खिलावन को तो तलाश कर रही रही है साथ ही उसके दो अधिवक्ता भी पुलिस की रडार में है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नवाबगंज में आइआइटी के पूर्व रजिस्ट्रार और अधिवक्ता राजाराम वर्मा की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस मास्टरमाइंड प्रापर्टी डीलर राम खिलावन को तो तलाश कर रही रही है, साथ ही उसके दो अधिवक्ता भी पुलिस की रडार में है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद पुलिस उनको बुलाकर पूछताछ करेगी। अगर वो नहीं आते हैं तो उन्हें नोटिस भेजकर बयान दर्ज करने को बुलाया जाएगा।
22 दिसंबर को कागज देने के बहाने बाइक सवार युवकों ने नवाबगंज गंगा नगर हाउसिंग सोसाइटी निवासी अधिवक्ता राजाराम को फोन करके बुलाया और गोली मार कर हत्या कर दी थी। मामले में बेटे नरेन्द्र देव ने एनआरआइ सिटी के मालिकों सौतेले भाई राजबहादुर और दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने राजबहादुर से भी पूछताछ की और नंबर सर्विलांस पर लगाया था। शनिवार को सर्विलांस की मदद से पुलिस ने शूटर चौबेपुर निवासी रोहित, दिलनाज और बिठूर के फत्तेपुर निवासी अंकित यादव को गिरफ्तार किया था। तीनों से पूछताछ में सामने आया कि नवाबगंज निवासी प्रापर्टी डीलर राम खिलावन का एनआरआइ सिटी की जमीन को लेकर अधिवक्ता राजाराम से विवाद चल रहा था। पुलिस अब रामखिलावन की तलाश कर रही है। उसके दोनों मोबाइल नंबर बंद हैं। एडीसीपी वेस्ट के मुताबिक, जांच में सामने आया है कि राम खिलावन जमीनों का विवाद दो वकीलों अधिवक्ताओं के माध्यम देख रहा था। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। अगर वह नहीं आते हैं तो नोटिस देकर बयान दर्ज करने के लिए बुलाया जाएगा।