कई जिलों में लूटपाट कर चुके आठ लुटेरों को पहुंचाया हवालात, दर्जन भर स्मार्टफोन और चोरी की बाइकें बरामद
राहगीरों से फोन लूटने के बाद आइएमईआइ बदलकर बेचते थे शातिर। पकडे़ गए युवकों व किशोरों ने कुछ समय पहले ही अपराध करना शुरू किया है लेकिन अब तक वह कानपुर कानपुर देहात उन्नाव आदि स्थानों पर मोबाइल लूट की दो दर्जन से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुके हैं।
कानपुर, जेएनएन। राहगीरों से स्मार्ट मोबाइल फोन लूटकर और आइएमईआइ नंबर बदलकर बेचने वाले गिरोह का बजरिया पुलिस ने मंगलवार को पर्दाफाश कर दिया। आठ बदमाशों को गिरफ्तार कर 12 स्मार्ट फोन और वारदात में इस्तेमाल की गई तीन बाइक बरामद की गईं हैं। पकड़े गए बदमाशों में दो नाबालिग हैं। पुलिस आरोपितों का अपराधिक इतिहास खंगाल रही है। जल्द ही डीसीआरबी में गिरोह का पंजीकरण कराया जाएगा।
कुछ इस तरह से हुआ घटना का पर्दाफाश
पिछले माह कल्याणपुर में छात्र अभिषेक मौर्य से बदमाशों ने फोन लूट लिया था। सोमवार दोपहर सर्विलांस टीम ने फोन लूटने वाले नाला रोड बजरिया निवासी शातिर अपराधी मो. शिराज को ढूंढ़ निकाला। सीओ निशांक शर्मा के निर्देशन में बजरिया थाना प्रभारी राममूर्ति ने टीम बनाकर दबिश दी और शिराज को पकड़ लिया। उससे अभिषेक का फोन बरामद हुआ। पूछताछ के बाद पुलिस ने गिरोह के सरगना नजीराबाद के जवाहर नगर निवासी लकी वर्मा, हर्षनगर निवासी विवेक पासवान को उठाया। तब गिरोह का पर्दाफाश हुआ। तीनों आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने हर्षनगर संतलाल का हाता निवासी अंकुर सोनकर, उसके पड़ोसी 17 वर्षीय दो किशोरों को और नेहरू नगर निवासी अंकुर गुप्ता, बजरिया चपरासी एरिया निवासी हर्ष मिश्रा को भी धर दबोचा। आरोपितों से लूटे गए 12 मोबाइल फोन व वारदात में प्रयुक्त तीन बाइक बरामद हुईं।
इनका ये है कहना
पकडे़ गए युवकों व किशोरों ने कुछ समय पहले ही अपराध करना शुरू किया है, लेकिन अब तक वह कानपुर, कानपुर देहात, उन्नाव आदि स्थानों पर मोबाइल लूट की दो दर्जन से ज्यादा वारदात को अंजाम दे चुके हैं। लूटे गए फोन के आइएमईआइ नंबर बदलकर वह उन्हें ग्राहकों को व दुकानदारों को बेचते थे। जिन लोगों का फोन बरामद हुआ है, उनका पता लगाया जा रहा है। - डॉ. अनिल कुमार, एसपी पश्चिम