Water Conservation: सीएसए के ऐतिहासिक तालाब का सुंदरीकरण करेगा कानपुर नगर निगम, जानें- कितनी राशि होगी खर्च
तालाब का निर्माण वर्ष 1837-38 में अकाल पडऩे पर गरीबों को रोजगार दिलाने के लिए कराया गया था। मजिस्ट्रेट आईसी विल्सन की निगरानी में तालाब का निर्माण कराया गया था। तालाब और उसके चारों तरफ सीढिय़ों का निर्माण कराया गया था।
कानपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण का अभियान सहेज लो हर बूंद अब रंग लाने लगा है। नगर निगम ने पहल करते हुए शहर में सरकारी तालाबों के रखरखाव के साथ ही चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक तालाब का भी सुंदरीकरण करने का फैसला लिया है। तालाब को बारिश के पानी से जोडऩे व सुंदरीकरण कराने का खाका तैयार किया है। 25.80 लाख रुपये से तालाब का सुंदरीकरण किया जाएगा।
डेढ़ सौ साल पुराना सीएसए तालाब रखरखाव न होने के कारण सूखा पड़ा है। ऊंची-ऊंची घास उग आईं हैं। सीढिय़ां और किनारे टूट गए हैं। तालाब में पानी की जगह गंदगी पड़ी हुई है। नगर निगम ने फिर तालाब को पुराने स्वरूप में लाने की तैयारी की है। तालाब के सुंदरीकरण के लिए टेंडर कराए गए हैं। अगले माह से काम शुरू हो जाएगा। बरसात से पहले तालाब को बरसाती पानी से जोड़ दिया जाएगा। नगर निगम के मुख्य अभियंता एसके सिंह ने बताया कि टेंडर करा दिया गया है। जल्द काम शुरू करा दिया जाएगा। बाकी तालाबों को भी सुंदरीकरण कराया जा रहा है।
गरीबों को रोजगार दिलाने को बना था तालाब: तालाब का निर्माण वर्ष 1837-38 में अकाल पडऩे पर गरीबों को रोजगार दिलाने के लिए कराया गया था। मजिस्ट्रेट आईसी विल्सन की निगरानी में तालाब का निर्माण कराया गया था। तालाब और उसके चारों तरफ सीढिय़ों का निर्माण कराया गया था। इसमें 12 हजार रुपये की धनराशि व्यय हुई थी। इस काम में कैदियों को भी लगाया गया था।