कानपुर मेट्रो के रूट में नए एफएआर से पास कराएं नक्शा, शहर में 100 मोहल्लों की बदलेगी तस्वीर
शहर में 34 किलोमीटर मेट्रो रूट पर दोनों तरफ पांच-पांच सौ मीटर दूरी पर सौ से ज्यादा मोहल्ले आ रहे हैं। मेट्रो रूट पर अभी 1.5 एफएआर हैं जिसे अब केडीए बोर्ड ने चार एफएआर कर दिया है। भू उपयोग परिर्वतन में कोई बदलाव नहीं किया है।
कानपुर, जेएनएन। मेट्रो के रूट में नए फ्लोर एरिया रेसियो (एफएआर)से अब अपने नक्शे पास कराके ऊंची इमारतें बनवा सकते हैं। एफएआर बढऩे से मेट्रो के रूट में पडऩे वाले सौ मोहल्लों की तस्वीर बदलेगी। इसके लिए अप्रैल से मेट्रो रूट पर पडऩे वाले भवन के मालिकों को जानकारी देने के लिए अप्रैल में केडीए हेल्प डेस्क बनाएगा। व्यावसायिक ऊंची इमारतें बनने के साथ ही रोजगार भी बढ़ेगा। हालांकि, जहां पर जो लैंड यूज है वह वहीं रहेगा उसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
शहर में 34 किलोमीटर मेट्रो रूट पर दोनों तरफ पांच-पांच सौ मीटर दूरी पर सौ से ज्यादा मोहल्ले आ रहे हैं। मेट्रो रूट पर अभी 1.5 एफएआर हैं, जिसे अब केडीए बोर्ड ने चार एफएआर कर दिया है। भू उपयोग परिर्वतन में कोई बदलाव नहीं किया है। एफएआर बढऩे से तेजी से क्षेत्र में विकास होगा। रोजगार के साथ ही राजस्व आय में भी इजाफा होगा। शहर में नवंबर 2021 तक पहले चरण में आइआइटी से मोतीझील तक मेट्रो रूट चालू हो जाएगा। इस रूट में लगभग तीन दर्जन से ज्यादा मोहल्ले हैं। इनका विकास भी होगा। एफएआर होने से लोग निर्माण कराएंगे। इसमें मिश्रित और व्यावसायिक दोनों निर्माण होंगे।
मेट्रो का प्रथम कॉरिडोर : आआइटी से नौबस्ता तक मोहल्ले : गूबा गार्डन, आइआइटी, नानकारी, कल्याणपुर, विकास नगर, शारदा नगर, गीतानगर, सर्वोदय नगर, काकादेव, रावतपुर, मोतीझील, जीटी रोड, गुमटी नंबर पांच, स्वरूप नगर, तिलक नगर, आर्यनगर, बेनाझाबर, चुन्नीगंज, हर्षनगर, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, परेड, फूलबाग, नयागंज, घंटाघर, सुतरखाना, हरबंश मोहाल, कैनाल पटरी, मालरोड, झकरकटी, ट्रांसपोर्ट नगर, बारहदेवी, किदवईनगर, बसंत बिहार, बौद्ध नगर, नौबस्ता समेत कई मोहल्ले मेट्रो रूट के पांच सौ मीटर दायरे में पड़ेंगे।
मेट्रो द्वितीय कॉरिडोर : सीएसए से जरौली तक मोहल्ले : काकादेव, डबलपुलिया, विजयनगर, शास्त्रीनगर, गोङ्क्षवदनगर, साकेतनगर, निरालानगर, बर्रा दो से आठ तक, शास्त्री चौक बर्रा, महादेव नगर, विश्वबैंक, जरौली, दामोदर नगर, फजलगंज, सीटीआई, दादानगर समेत कई मोहल्ले मेट्रो रूट के पांच सौ मीटर दायरे में पड़ेंगे।
मेट्रो रूट से पांच-पांच सौ मीटर दोनों तरफ एफएआर बढ़ा दिया गया है। इससे लोग इसके आधार पर नक्शा पास करा सकते हैं। जानकारी देने के लिए हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। -राकेश सिंह, उपाध्यक्ष केडीए