दबौली वार्ड में नहीं है पेयजल व सीवर लाइन, कानपुर की जनता ने महापौर से मांगा निदान
कानपुर के दौबौली वार्ड 72 में जागरण आपके द्वार कार्यक्रम में मौजूद महापौर प्रमिला पांडेय ने जनता की समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए अफसरों को निर्देशित किया। जलनिकासी न होने से कई इलाकों में पानी भरा रहता है।
कानपुर, जेएनएन। शहर बेशक स्मार्ट बनने की राह पर दौड़ रहा है, लेकिन अभी भी तमाम वार्ड ऐसे हैं जहां मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। ऐसा ही एक वार्ड 72 दबौली है। कहने को तो ये वार्ड औद्योगिक क्षेत्र से जुड़ा है, लेकिन यहां अभी तक पेयजल और सीवर लाइन की व्यवस्था नहीं है। इस वजह से नौरैयाखेड़ा के लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जलनिकासी न होने के कारण कई इलाकों में बिना बरसात ही पानी भरा रहता है।
क्षेत्रीय नागरिकों ने अपनी ये मुश्किलें बयां की रविवार को मिश्री चौराहा दबौली वेस्ट में लगाए गए जागरण आपके द्वार मेंं। शिविर में महापौर प्रमिला पांडेय, पार्षद जय प्रकाश पाल व अन्य अफसरों के सामने लोगों ने एक-एक समस्या को गिनाया और मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराए जाने की मांग की। महापौर ने मौके पर ही अफसरों को निर्देश दिए कि जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण कराया जाए।
क्षेत्र के प्रदीप पाल, अमित ङ्क्षसह, दीपक, बृजेश तिवारी, दिनेश गुप्ता, बाल किशन, सुरेश मिश्र, दीपू पाल, विजय पाल, अमित पाल, मुलायम यादव, रमाकांत यादव, जीत बहादूर, जगदीश पाल, राजेश तिवारी, गौरी शंकर ने बताया कि 80 फीसद क्षेत्र में पेयजल की समस्या है। गर्मी में पानी का संकट और बढ़ जाता है। जवाहर लाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूवल मिशन से क्षेत्र में पेयजल लाइन पड़ी है, लेकिन आज तक पानी नहीं मिला है। कई इलाकों में अभी तक सीवर लाइन नहीं पड़ी है। पेयजल और सीवर की समस्या हल हो जाए तो क्षेत्र में जनता की काफी परेशानी हल हो जाएगी। सड़कें भी टूटी पड़ी हैं, जिन्हें ठीक किया जाना जरूरी है।
सूअर बने बड़ी परेशानी
सूअरों के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है। दिनभर सड़क पर घूमते ये सूअर हादसे का कारण भी बनते हैं। बेसहारा जानवर भी परेशानी हैं।
फुटपाथ व सड़क पर अतिक्रमण
फुटपाथ और सड़क पर अतिक्रमण के कारण लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है। दुकानों के सामने खड़े होने वाले वाहन जाम का कारण बनते हैं।
चट्टे वाले फैला रहे गोबर, पार्क पर कब्जे
चट्टे वाले गोबर फैला रहे है। क्षेत्र में चट्टों के आतंक से लोग परेशान हैं। शिकायत सुनने के बाद महापौर ने पार्षद के साथ जाकर पार्क का निरीक्षण किया।
क्षेत्रवासियों ने रखी ये समस्या
- पीएम आवास योजना में पत्नी गीता के नाम से 18 मार्च 2018 को फार्म व पांच हजार रुपये जमा किए थे लेकिन आज तक धन नहीं मिला है। पत्नी की भी मौत हो गयी है। -शिवधर तिवारी
- एक से छह ब्लाक दबौली में पेयजल लाइन नहीं है। साथ ही सीवर लाइन न होने के कारण जनता परेशान है। इसका निस्तारण कराया जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। -सुदामा सिंह
- एमआइजी- 25 दबौली में चार सौ मीटर सड़क उखड़ गई है। इस कारण गड्ढे हो गए हैं। वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया है। जलनिकासी की व्यवस्था भी होनी चाहिए। -रविंद्र सिंह
- दबौली वेस्ट में पेयजल की व्यवस्था करायी जाए। ाइप लाइन पड़ी है, लेकिन अभी तक चालू नहीं हुई है। जलापूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। -प्रवीण शुक्ल
- तिकोनी पार्क दबौली वेस्ट के बाहर चट्टे वालों ने गोबर डाल रखा है। इसके अलावा पार्क में कब्जे है इसको खाली कराके ओपन जिम बनाई जाए। -जीत बहादुर सिंह
- पानी की टंकी केवल दिखावा है। इसके अलावा शहर में बेसहारा जानवरों और अतिक्रमण के कारण बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को निकलने में दिक्कत होती है। जानवरों को पकड़ा जाए। -सुरेश चंद्र मिश्र
क्या कहते है जिम्मेदार
- पेयजल और सीवर समस्याओं को लेकर जल निगम के अफसरों की बैठक बुलाई जाएगी। क्षेत्र में पेयजल लाइ्न अभी तक क्यों शुरू नहीं की गई, इसके बारे में जानकारी करेंगे। अन्य शिकायतों के निस्तारण का निर्देश दिया है। -प्रमिला पांडेय, महापौर
- जनता की एक-एक शिकायत संबंधित अफसरों को नोट करा दी गयी है। प्राथमिकता के आधार पर समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा। न होने पर अफसरों का घेराव करेंगे। -जय प्रकाश पाल, पार्षद, वार्ड दबौली
क्षेत्र की स्थिति
वार्ड - 72 दबौली
आबादी - 50 हजार
मोहल्ले - दबौली वेस्ट, आश्रयहीन योजना, कांशीराम योजना (बीएसयूपी), दबौली प्रथम व द्धितीय, नौरैया खेड़ा गांव, कबीर नगर
खास - पनकी औद्योगिक क्षेत्र साइड पांच
इतनी आई समस्याएं
12 शिकायतें आईं जलकल से संबंधित
10 मामले नगर निगम के आए यहां
क्षेत्र में विकास के लिए जागरण सुझाव
- बरातशाला का निर्माण कराया जाए।
- एक डिस्पेंसरी खोली जाए।
- क्षेत्र में दो सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जाए।
- वाटर एटीएम क्षेत्र में खोला जाए।
- क्षेत्र में बंद हैंडपंप और सबमर्सिबल पंप चलाया जाए।
- पूरे इलाके में सीवर और पेयजल की व्यवस्था की जाए।